प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा में पुरानी व्यवस्था लागू कराने के लिए प्रतियोगी छात्रों ने जनांदोलन किया। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों प्रतियोगियों ने बदलाव के खिलाफ आवाज
बुलंद की। प्रतियोगी छात्र संघर्ष मंच के बैनर तले आयोग के गेट नंबर दो पर हुए प्रदर्शन में विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों प्रतियोगी शामिल हुए। आयोग अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पीसीएस व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में लागू किए गए नए नियम को वापस लेने की मांग की। प्रतियोगियों ने आयोग प्रशासन को नियम बदलने के लिए पांच दिन का समय दिया है। ऐसा न होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।मंगलवार को आयोग पर बड़ा प्रदर्शन हुआ। वक्ताओं ने आयोग अध्यक्ष की कार्यप्रणाली को हंिदूी माध्यम के छात्रों के खिलाफ बताया। मंच के अध्यक्ष संदीप सिंह ने कहा कि आयोग अध्यक्ष के मनमाने निर्णय से हजारों प्रतियोगियों का भविष्य अधर में है। लेकिन, वे रवैया नहीं बदल रहे हैं। प्रतियोगी आलोक सिंह ने कहा कि पीसीएस-2018 में स्केलिंग होने की बात कही जा रही है। लेकिन, आयोग उसका प्रमाण देने में असमर्थ है। भ्रष्टाचार करके गैर प्रदेश के अभ्यर्थियों को सफल किया गया है। संदीप सिंह ने कहा कि पीसीएस-2018 का परिणाम अत्यंत निराशाजनक रहा। यह साबित करता है कि आयोग में कुछ भी ठीक नहीं है। शिवशंकर बरनवाल व अमित पांडेय ने कहा कि आयोग की कार्यप्रणाली शीघ्र न बदली गई तो आर-पार की लड़ाई छेड़ी जाएगी।