प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की 69000 सहायक अध्यापक भर्ती का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। लिखित परीक्षा के आवेदन फार्म में संशोधन की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने मंगलवार को भी परिषद मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि परिषद सचिव ने वादे के बाद भी अब तक निर्देश जारी नहीं किया है। वहीं, पांच प्रतियोगी महानिदेशक स्कूल शिक्षा से मिलने लखनऊ गए हैं।
न्याय मोर्चा के अमर बहादुर गौतम ने शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में आनलाइन आवेदन में संशोधन की मांग को लेकर 16 अक्टूबर से 69 घंटे की भूख हड़ताल पर शुरू की थी। शनिवार को बेसिक शिक्षा परिषद सचिव के आश्वासन पर आंदोलन खत्म हो गया था, लेकिन सोमवार तक सचिव की ओर से कोई भी लिखित आदेश जारी हुआ तो कई जिलों के अभ्यर्थियों ने परिषद मुख्यालय पर पहुंचकर आंदोलन शुरू कर दिया था। मंगलवार को भी सैकड़ों अभ्यर्थी त्रुटि सुधार के लिए परिषद के प्रांगण में ही आंदोलन कर रहे हैं, उनकी मांग है कि संशोधन का मौका दिया, अन्यथा आंदोलन खत्म नहीं होगा।
परिषद मुख्यालय के सामने भीड़ बढ़ने पर पांच प्रतियोगियों आजमगढ़ के आशीष त्रिपाठी, रायबरेली के हिमांशु पांडेय, उन्नाव की बबली व अन्य को महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद से मिलने लखनऊ भेजा गया है। आंदोलन खत्म कराने के लिए अब बेसिक शिक्षा के बड़े अफसर भी प्रतियोगियों को मनाने में जुटे हैं। प्रतियोगी देर शाम तक मुख्यालय के सामने धरने पर डटे रहे।
प्रयागराज : शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना-प्रदर्शन और पुलिस से नोकझोंक करने के मामले में सिविल लाइंस पुलिस ने 125 अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा कायम किया है। एफआइआर उपनिरीक्षक शमी आलम की तहरीर पर दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि शिक्षक भर्ती में अपनी मांगों को लेकर सोमवार को आरके गौतम की अगुवाई में करीब सवा सौ अभ्यर्थी शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। अभ्यर्थी रात में भी धरना दे रहे थे। पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें समझाते हुए धरना समाप्त करने के लिए कहा तो अभ्यर्थी उनसे उलझ गए। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस र¨वद्र प्रताप सिंह का कहना है कि 125 अभ्यर्थियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना की जा रही है।