लखनऊ : प्रदेश में अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक संस्कृत स्कूलों और डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों व शिक्षणोत्तर कर्मचारियों को भी अब 20 साल की सेवा पूरी करने पर पूर्ण पेंशन का लाभ दिया जाएगा। वहीं 60 वर्ष की अधिवर्षता आयु पूरी करने पर एक जनवरी 2006 से ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के निर्देश पर एडेड संस्कृत स्कूलों व डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों और शिक्षणोत्तर कर्मचारियों को बड़ी राहत दी गई है। अब वह भी अन्य विभागों के कर्मियों की तरह पेंशन व ग्रेच्युटी का एक समान लाभ पा सकेंगे। प्रदेश में 572 माध्यमिक संस्कृत स्कूल व 401 संस्कृत डिग्री कॉलेज हैं। यहां के करीब चार हजार शिक्षकों व कर्मियों को इसका लाभ मिलेगा। अभी इन्हें 33 साल की सेवा पूरी करने पर पेंशन का लाभ दिया जाता था और ग्रेच्युटी भी अन्य सरकारी कर्मियों के मुकाबले काफी कम मिलती थी।
फिलहाल उप्र वेतन समिति 2008 की संस्तुतियों को स्वीकार करने के बाद अब इन शिक्षकों व कर्मियों की पेंशन और ग्रेच्युटी को पुनरीक्षित किया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला की ओर इसका शासनादेश जारी कर दिया गया है। एडेड संस्कृत स्कूलों व कॉलेजों के शिक्षकों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।