मुख्यमंत्री ने बांदा, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, वाराणसी, शाहजहांपुर और बरेली के चयनित अभ्यर्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात भी की।
इनमें से शिक्षामित्र से शिक्षक के पद पर चयनित अभ्यर्थियों से सवालों के जरिये हामी भी भरवाई कि अब आप धरना प्रदर्शन तो नहीं करेंगे, बच्चों को पढ़ाने नियमित स्कूल जाएंगे? चयनित अभ्यर्थियों में 6675 शिक्षामित्र हैं। पिछली सरकार ने इनकी क्षमता का उपयोग नहीं किया, बल्कि शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाने के लिए शॉर्टकट अपनाया, जिससे इनकी नौकरी पर बन आयी थी, लेकिन हमारी सरकार को शिक्षामित्रों की क्षमता पर भरोसा था।