परिषदीय स्कूलों को शिक्षक भर्ती की अनंतिम सूची को लेकर प्रतियोगी खफा ह। आरोप है कि इसमें मंधावियों की अनदेखी की गई है। न्याय मोर्चा ने इस मुदृदे पर आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है।
वहीं युवा मंच की ओर से मुख्यमंत्री को संबाधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया है। प्रयागराज के आजाद पार्क में न्याय मोर्चा से जुड़ेअभ्यर्थियों ने प्रदर्शन की योजना बनाई। मोर्चा संयोजक सुनील मौर्य ने कहा कि इस भर्ती में आरक्षण का सही से पालन नहीं किया गया। भ्रष्टाचार में कई लोग जेल में बंद हैं। इस पुर मामले की एसटीएफ जांच कर रहीं है। उच्चतम न्यायालय से लेकर लखनऊ खंडपीठ व इलाहाबाद हाईकोर्ट में कई मामले लंब्रित हैं। बावजूद इसके सरकार मनमाना फैसला करते हुए आधे पदों से कम पद पर नियुक्ति कर रही है। उधर, युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह की अगुवाई में छात्रों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। शिक्षक भर्ती में मंधावियों के साथ हुई नाइंसाफी पर नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया गया कि ब्रेसिक शिक्षा परिषद ने नियमों को ताक पर रख दिया है। इस भर्तों में नये सिर से विवादों क पैदा होगा। मुख्यमंत्री से अपील की गई कि मंधावियों के साथ नाइंसाफी न हो इसके लिए तत्काल इसका संज्ञान लें। उच्च मेरिट क मेधावी छात्रों का चयन न होना बेहद गंभीर मामला है।