68500 शिक्षक भर्ती में हुए घपले के बाद बीटीसी छात्रों ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

सुल्तानपुर। देश में लोकसभा चुनाव के शंखनाद का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा एक पर एक मुद्दा योगी सरकार के गले की हड्डी बनता जा रहा।
पेट्रोल-डीजल के बढे दाम, संतों की राम मंदिर निर्माण की मांग, विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद पुलिस का सरकार के प्रति उग्र रवैया यूपी सरकार के खिलाफ ज्वलंत मुद्दा बन चुका है। अब बीटीसी छात्रों का नए मुद्दे ने सरकार के चैन छीनने का काम किया है।
15 से 20 अक्टूबर के बीच परीक्षा कराए जाने की हुई डिमांड
मंगलवार को बीटीसी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बीटीसी के छात्र-छात्राओं ने पेपर लीक होने के मामले को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं का आरोप है की पेपर लीक साजिश के तहत हुआ है, जिससे बीटीसी छात्र-छात्राए शिक्षक भर्ती से बाहर हो जाए। बीटीसी संयुक्त मोर्चा ने पेपर लीक की उच्चस्तरीय जांच कराई जाने की मांग के साथ बीटीसी चतुर्थ समेस्टर की परीक्षा 15 से 20 अक्टूबर के बीच कराए जाने की डिमांड की है। साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा की तारीख एक माह आगे बढ़ाया जाने की मांग किया है। इन सभी मांगों को लेकर मोर्चे ने जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है।

सोमवार को निरस्त हुई थी परीक्षा
सनद रहे कि सोमवार को बीटीसी के फोर्थ सेमेस्टर का पेपर शुरु हुआ था, जो 10 अक्टूबर तक चलना था। इस बीच यूपी के कौशांबी में बीटीसी के फोर्थ सेमेस्टर का पेपर लीक हो गया, पता चला था कि रविवार को ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद यूपी भर में परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।