कुशीनगर : फर्जी अभिलेखों के आधार पर कुशीनगर में नौकरी कर रहे दो
शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। कार्रवाई के बाद जिला बेसिक शिक्षा
अधिकारी ने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को इसकी जांच का आदेश दिया है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर इनके विरुद्ध अगली कार्रवाई की जाएगी।
यह शिकायत
आई थी कि जिले के कप्तानगंज विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय लखिमा में
प्रधानाध्यापक पद पर तैनात पूनम पाण्डेय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरदही
नानकर विकास क्षेत्र बांसी, जिला सिद्धार्थनगर में कार्यरत इसी नाम की
सहायक अध्यापक के अभिलेखों के आधार पर नौकरी कर रही हैं। जिले के मोतीचक
विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मधवलिया में सहायक अध्यापक पद पर नौकरी
कर रहे संजय कुमार, महराजगंज जिले के मिठौरा विकास क्षेत्र के पूर्व
माध्यमिक विद्यालय नदुआ में तैनात इसी नाम के सहायक अध्यापक के अभिलेखों पर
नौकरी कर रहे हैं। दोनों मामलों में प्रथम दृष्टया फर्जी अभिलेखों के आधार
पर नौकरी करने के आरोप में दोनों को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में
दोनों विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारी को जांच का आदेश दिया गया है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर इनके विरुद्ध अगली कार्रवाई की जाएगी।
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इनसेट फर्जीवाड़ा के आरोप में पूर्व में डायट प्राचार्य जा चुकी हैं जेल
-जिले में फर्जीवाड़ा कर शिक्षकों की नौकरी का पुराना नाता है। बीटीसी
वर्ष 2010 के चयन में जिले में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ था। इस मामले में डायट
प्राचार्य मीरा त्रिपाठी को जेल जाना पड़ा था। इसमें ट्रे¨नग में
जिम्मेदारों ने 100 की जगह 200 प्रशिक्षुओं का चयन कर प्रशिक्षण शुरू करा
दिया था। पीड़ित आवेदकों की शिकायत पर डीएम ने डायट प्राचार्य व एक अन्य
कर्मचारी पर मुकदमा दर्ज करा जेल भिजवाया था।
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फर्जी अभिलेखों पर नौकरी करने की बात आई सामने
-बीएसए अरुण कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया दोनों शिक्षकों द्वारा
फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने का मामला सामने आया है। इस आधार पर
इनको निलंबित कर इसकी जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर
बर्खास्तगी या अन्य कार्रवाई की जाएगी।
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