सचिवालय कूच कर रहे शिक्षामित्र गिरफ्तार, रिहा

देहरादून। सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति देने की मांग को लेकर शिक्षामित्रों ने सोमवार को सचिवालय कूच का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें परेड मैदान के पास ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। इस पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। बाद में पुलिस ने करीब डेढ़ सौ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया और सुद्धोवाला जेल ले गई। शाम को उन सभी को रिहा कर दिया गया।

शिक्षामित्र क्रांतिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्ण सिंह राणा धरनास्थल पर आठ दिनों से आमरण अनशन पर डटे हुए हैं। सोमवार को करीब राणा के समर्थन में करीब डेढ़ सौ शिक्षामित्र एकत्र हुए और सचिवालय कूच करने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर दी। शिक्षा मित्रों ने पुलिस को चकमा देकर निकलने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी देर तक नोकझोंक और धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने करीब डेढ़ सौ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया और सुद्धोवाला जेल लेकर पहुंची।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनसे पहले डीएलएड प्रशिक्षण पूरा करने वाले शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक (औपबंधिक) के रूप में नियुक्ति दी। इसके बाद प्रशिक्षण पूरा करने वाले करीब 900 शिक्षामित्रों को अब तक नियुक्ति का लाभ नहीं दिया गया। इसको लेकर वह लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार गंभीरता से नहीं ले रही है। शाम को पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को रिहा कर दिया। संगठन की प्रवक्ता चित्रा राणा ने बताया कि आज प्रदर्शनकारी जेल भरो आंदोलन चलाएंगे। प्रदर्शन करने वालों में बाला दत्त शर्मा, संध्या शर्मा, अजयपाल सिंह, मातवर सिंह, हरि सिंह नेगी, जसवीर सिंह, वीरेंद्र सिंह, धर्म सिंह, सुनील मिश्रा, गोपाल समेत अन्य शामिल रहे।