केस वन: सुलतानपुर की निशा परवीन दिव्यांग हैं लेकिन दिसंबर 2018 में लिखित परीक्षा का फॉर्म भरते समय दिव्यांग का कॉलम भरना ही छूट गया। अब उन्हें इस कोटे का लाभ मिलने की उम्मीद नहीं है। वह बहुत परेशान है।
69000 शिक्षक भर्ती में इस नाम से और इन बैंकों से बनवाएं बैंकड्राफ्ट (डीडी)
शिक्षक भर्ती के संबंध में कल कुछ केसों की सुनवाई हुई जिसमें अधिकतर आंसर की के संबंध में थे, देखें उनके आर्डर
जब तक 69000 की सभी सीटें भर नही जाती,कॉउंसलिंग होती रहेगी-बेसिक शिक्षा मंत्री
बेसिक शिक्षक खुद ही फंस गये अपने ही जाल में...
TET 2017 कल ( 26/05/2020 ) को हुई सुनवाई का ऑर्डर
69000 शिक्षक भर्ती में ओवरलैपिंग मामले पर आज भी सुनवाई का सार, भर्ती पर रोक नहीं
केस टू: शिक्षामित्र रवीना भी अपने फॉर्म में शिक्षामित्र होने का कॉलम नहीं भर सकीं। अब उन्हें भारांक मिलने की उम्मीद नहीं है। इसके चलते उनके चयन पर संदेह है।
69000 सहायक अध्यापक भर्ती में छोटी-मोटी चूक के कारण कई अभ्यर्थियों के हाथ से नौकरी फिसलने का खतरा पैदा हो गया है। कई अभ्यर्थी अपने फॉर्म में दिव्यांग या शिक्षामित्र की कैटेगरी ही नहीं लिख सके तो कोई किसी ने प्राप्तांक और पूर्णांक गलत भर दिया। एक अभ्यर्थी रजत शर्मा ने अपने फॉर्म में निवास प्रमाणपत्र के स्थान पर जाति प्रमाणपत्र जगा दिया जबकि एक अन्य अंजू शर्मा ने अपने निवास स्थान के कॉलम में उत्तर प्रदेश की जगह बाह्य प्रदेश भर दिया। प्रयागराज के रोहित तिवारी ने प्राप्तांक में कम नंबर लिख दिया है। इसके कारण मेरिट में उनका नीचे हो रहा है लेकिन उन्हें संशोधन की अनुमति नहीं मिल रही।
केस टू: शिक्षामित्र रवीना भी अपने फॉर्म में शिक्षामित्र होने का कॉलम नहीं भर सकीं। अब उन्हें भारांक मिलने की उम्मीद नहीं है। इसके चलते उनके चयन पर संदेह है।
69000 सहायक अध्यापक भर्ती में छोटी-मोटी चूक के कारण कई अभ्यर्थियों के हाथ से नौकरी फिसलने का खतरा पैदा हो गया है। कई अभ्यर्थी अपने फॉर्म में दिव्यांग या शिक्षामित्र की कैटेगरी ही नहीं लिख सके तो कोई किसी ने प्राप्तांक और पूर्णांक गलत भर दिया। एक अभ्यर्थी रजत शर्मा ने अपने फॉर्म में निवास प्रमाणपत्र के स्थान पर जाति प्रमाणपत्र जगा दिया जबकि एक अन्य अंजू शर्मा ने अपने निवास स्थान के कॉलम में उत्तर प्रदेश की जगह बाह्य प्रदेश भर दिया। प्रयागराज के रोहित तिवारी ने प्राप्तांक में कम नंबर लिख दिया है। इसके कारण मेरिट में उनका नीचे हो रहा है लेकिन उन्हें संशोधन की अनुमति नहीं मिल रही।