नाराजगी और गुस्सा के साथ ही योगी सरकार से आशा भरी निगाहों से देख रहे
शिक्षामित्रों ने तीसरे दिन कचहरी में एकत्रित होकर मानदेय भुगतान की मांग
की।
कचहरी में धरना-प्रदर्शन कर रहे शिक्षामित्रों ने योगी सरकार के खिलाफ
जमकर भड़ास निकाली और भाजपा जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश त्रिपाठी को ज्ञापन
सौंपने के साथ ही शिक्षामित्रों के लिए सीएम से वकालत करने की अनुरोध किया।
हालांकि शिक्षामित्रों ने बुधवार को धरना-प्रदर्शन समाप्त करते हुए अब
लखनऊ में अपनी ताकत दिखाने की बात कही है।
बेसिक शिक्षा विभाग में
तैनात शिक्षामित्रों का तीन दिन से चल रहा धरना-प्रदर्शन बुधवार को समाप्त
हो गया। आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष रीना सिंह
ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार इतना संवेदनहीन हो जाएगी, ऐसा
विश्वास नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि लगभग 450 शिक्षामित्र ऐसे हैं,
जिन्हें नौ माह से मानदेय भुगतान नहीं किया गया है। ऐसे में इन
शिक्षामित्रों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। शिक्षामित्रों
ने अपनी माली हालत को दिखाने के लिए सड़क पर उतरकर राहगीरों और दुकानदारों
से भीख मांगा। बुधवार को अंतिम दिन मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भाजपा
जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश त्रिपाठी को सौंपा। जिलाध्यक्ष ने शिक्षामित्रों को
भरोसा दिया है कि उनके साथ अन्याय नहीं होगा, मानदेय बढ़ाने के लिए सीएम को
पत्र लिखेंगे। शिक्षामित्रों ने अब लखनऊ स्थित विधानसभा का घेराव करने का
फैसला किया है। इस मौके पर सरला सिंह, सुरेश कुमार, मो. तौफीक, कमलेश्वर
सिंह, हौलेंद्र सिंह, संतोष यादव, विवेक सिंह, विजेता पांडेय, सीमा,
जीतेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
Information on UPTET Exam , Results , UPTET Admit Cards , 69000 Shikshak Bharti , Counselling , Niyukti Patra for UP Teachers & other related information
Breaking News
- 2004 में शिक्षामित्रों की नियुक्तियों हेतु जारी विज्ञप्ति: इसी विज्ञप्ति के आधार पर हुआ था शिक्षामित्रों की का चयन
- ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- समस्त AD बेसिक व BSA के CUG मोबाइल नम्बर : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News
- संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति को नियमावली में संशोधन, अब यह होगा चयन का आधार
- Shikshamitra Appointment: 2001 में शिक्षामित्रों की नियुक्ति सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों के सापेक्ष ही हुई थी