छह सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षामित्रों ने सौंपा ज्ञापन

पूरनपुर : शिक्षामित्रों ने समायोजन को लेकर ज्ञापन सौंपा। इसमें समान कार्य समान वेतन का नियम लागू करने, मृतक शिक्षामित्रों के परिजनों को रोजगार दिलाने की भी मांग रखी गई। शिक्षमित्रों ने ज्ञापन में कहा कि समायोजन रद्द होने के बाद से वह आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।


बुधवार को आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन विधायक प्रतिनिध को सौंपा। इसमें शिक्षामित्रों ने कहा कि उप्र के प्राथमिक विद्यालयों में 1.70 लाख शिक्षामित्र 17 वर्षो से कार्यरत थे। इसमें 1.37 लाख शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद समायोजन रद्द कर दिया गया। इससे सैकड़ों शिक्षामित्र आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने दिए ज्ञापन में कहा कि शिक्षामित्रों को पुन: सहायक अध्यापक के पद बहाल करने की मांग की गई। इसके साथ ही समान कार्य समान वेतन लागू कर 62 वर्ष सेवा नियावली बनाने की भी मांग रख गई। शिक्षामित्रों ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद आत्महत्या करने वाले शिक्षामित्रों के परिवार को रोजगार व्यवस्था कराई जाए। वाराणसी, चंदौली, प्रतापगढ़ मर्जापुर आदि जनपदों में शिक्षामित्रों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए जाने, पैरा 4 में शिक्षामित्रों को शामिल किए जाने की भी मांग की गई। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रदेश महामंत्री वश्वनाथ कुशवाहा, सर्वेश स्वर्णकार, दिनेश यादव, अनिल चौहान, वेदपाल ¨सह, संतोष कुमार पासवान, जुमना प्रसाद सहित दर्जनों शिक्षामित्र मौजूद रहे।