मच गई खलबली , मार्कशीट फर्जीवाड़े की जांच तेज : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

लविवि एसटीएफ को पत्र लिखकर जांच में पूरे सहयोग का देगा भरोसा
विश्वविद्यालय स्तर पर सख्त सजा देने के लिए एक्ट में जरूरत के अनुसार होगा बदलाव
जागरण संवाददाता, लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय की फर्जी मार्कशीट पकड़े जाने के मामले में कुलपति प्रो. एसबी निम्से काफी सख्त हैं। उन्होंने मंगलवार को परीक्षा नियंत्रक एसके शुक्ला को निर्देश दिए कि वह एसटीएफ को पत्र लिखें और उन्हें भरोसा दिलाएं

कि विश्वविद्यालय जांच में पूरा-पूरा सहयोग देगा ताकि मामले से जल्द से जल्द पर्दा उठ सके। वहीं चंडीगढ़ प्रकरण में जिन कर्मचारियों के नाम सामने आ रहे हैं उन पर भी नियमानुसार कार्रवाई की तैयारी है। वहीं अब एक्ट में जरूरत के अनुसार संशोधन कर ऐसे मामलों में विश्वविद्यालय स्तर पर ही सजा का प्रावधान किया जाएगा।

कुलपति प्रो. एसबी निम्से ने बताया कि फर्जी मार्कशीट मामले में विश्वविद्यालय स्तर से एसटीएफ को पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। हम चाहते हैं कि मामले का जल्द खुलासा हो कि आखिर फर्जी मार्कशीट का गोरखधंधा कहां से चल रहा है। आखिर इस प्रकरण से लविवि की ही साख पर बट्टा लग रहा है। मालूम हो कि अभी तक एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती व अनुदेशकों की भर्ती में बीएड, बीपीएड व स्नातक की 1185 फर्जी मार्कशीट पाई जा चुकी हैं। फिलहाल अब इस प्रकरण पर एसटीएफ द्वारा जांच शुरू किए जाने और उसके बाद कुलपति द्वारा इस प्रकरण पर पूरा सहयोग देने के लिए पत्र लिखने के आदेश के बाद साफ हो गया है कि जल्द ही इस मामले में खुलासा हो सकता है। मालूम हो कि विश्वविद्यालय की ओर से एसटीएफ से बीते जून में इस प्रकरण की जांच करने की सिफारिश उच्च शिक्षा विभाग के माध्यम से की गई थी। कुलपति ने उच्च शिक्षा विभाग के उस पत्र की कापी भी मंगवाई है जिस पर एसटीएफ जांच कर रही है। वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय में चंडीगढ़ के रहने वाले सहवाल गुप्ता द्वारा एलएलबी त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम की मार्कशीट बनाने में हुए फर्जीवाड़े व चंडीगढ़ के ही एक अन्य मामले में भी जांच में तेजी लाई जा रही है। कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेवी वैशम्पायन की अध्यक्षता में मामले की जांच जल्द पूरी होने की उम्मीद है। इसके अलावा जांच कमेटी के कुछ सदस्यों के हस्ताक्षर के नमूने विजलेंस जांच कमेटी ने मांगा है उस पर लविवि प्रशासन पत्र लिखकर पूरी जिम्मेदारी लेने को तैयार है। ऐसे में प्रकरण में दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होना तय है। एक्ट में संशोधन कर जवाबदेही तय करने के आदेश भी दिए गए हैं, ताकि विश्वविद्यालय अपने स्तर पर कड़ी कार्रवाई भी कर सके।

परीक्षा विभाग के कर्मचारी की संपत्ति की विजलेंस जांच

लखनऊ विश्वविद्यालय में परीक्षा विभाग के कर्मचारी बालक राम तिवारी की परिसंपत्तियों के खिलाफ विजलेंस जांच के आदेश दिए गए हैं। शासन की ओर से जांच का पत्र जारी हो गया है। विशेष सचिव बीबी सिंह की ओर से कुलपति प्रो. एसबी निम्से को पत्र लिखकर इस जांच में पूरा सहयोग मांगा गया है। उप्र सतर्कता अधिष्ठान को इस प्रकरण में संपूर्ण कागजात उपलब्ध करवाने की सलाह दी गई है।

एसटीएफ की एक घंटी से कर्मचारियों में खलबली 1लविवि की फर्जी मार्कशीट मामले में एसटीएफ की ओर से परीक्षा विभाग से जानकारी हासिल करने के लिए बेसिक फोन पर काल आई। इसमें परीक्षा विभाग के कुछ जिम्मेदारों के मोबाइल नंबर मांगे गए। फिलहाल एसटीएफ का फोन बजते ही परीक्षा विभाग में खलबली मच गई। खलबली मच गई।
http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ 
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC