शिक्षामित्रो को इलाहाबाद हाइकोर्ट से बाहर करा देना ही आपकी नौकरी पक्की नहि कर देगा. 50 प्रतिशत आरक्षण तो आपको चाहिये लेकिन योगदान 1प्रतिशत भी नही देना चाहती. नौकरी चाहिये तो दिल्ली आइये नही तो पानी पी पी कर प्रदेश सरकार को घर बैठे जिंदगी भर कोसते रहिये, इससे ज्यादा आप कुछ कर भी नही सकती.
2 को हर हाल मे आपको जंतर मंतर आना ही होगा, चाहे अपने भाइयो को साथ लेकर आओ, पति को या पिता जी को.शर्म करो कुछ.
आज मुझे भी ये कहते हुये शर्म आ रही है कि हिमांशु राणा ने आप जैसे निष्क्रिय लोगो के लिये अपनी जान जोखिम मे डाल कर संघर्ष किया है.
डूब मरो चुल्लु भर पानी मे.
अभी कुछ नही बिगडा है और शीघ्र ही दिल्ली आने का प्लान तैयार कर दिल्ली पहुचो.
एक मा भी बच्चे को दूध तब पिलाती है जब बच्चा रोता है. आइये जंतर मंतर और मांगिये अपना हक, अपनी नौकरी.
5 से शिक्षामित्रो का कार्य्क्रम आयोजित है और हर जिलो से काफी बडी संख्या मे बसे बुक की जा चुकी है. एक बहुत बडा जनसैलाब एकत्र कर लेगे वो. और उनमे सबसे अधिक मात्रा मे महिलाये होगी. लेकिन हमारी महिलाये तो कुछ करना ही नही चाहती.
मेरी ये पोस्ट पढने वाले सभी महिला/ पुरुषो को आज मै उनके भाई बहन बीबी बच्चो पति मा बाप सबकी कसम देता हु कि आपको हर हाल मे दिल्ली जंतर मंतर पर आना ही है
"शिकवा हमे मंजूर नही और न ही कोइ बहाना होगा.
आपको अपने मा बाप भाई बहन बेटा बेटी पति सबकी कसम, आपको जंतर मंतर हर हाल मे आना होगा."
जय हिंद जय टेट उतीर्ण संघर्ष मोर्चा
आपको अपने मा बाप भाई बहन बेटा बेटी पति सबकी कसम, आपको जंतर मंतर हर हाल मे आना होगा."
जय हिंद जय टेट उतीर्ण संघर्ष मोर्चा