लखनऊ। उत्तराखंड के बाद अब यूपी में भी फर्जी
दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई तेज कर दी गई
है। उत्तरप्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी डिग्री के सहारे बहराइच
में नौकरी कर रहे 12 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है।
बर्खास्त किए गए
इन शिक्षकों में से 5 महिलाएं हैं और फर्जी दस्स्तावेजों की खबर के बाद से
ही ये सभी फरार चल रहे थे। बता दें कि ये शिक्षक कन्नौज, बहराइच और आगरा
में तैनात थे।
गौरतलब है कि इन शिक्षकों में से कुछ साल 2011 से ही
नौकरी कर रहे थे। इनके प्रमाणपत्रों के फर्जी होने की खबर के बाद जब विभाग
ने इसकी जांच शुरू की, जांच अधिकारी इनतक पहुंचते इससे पहले ही ये लोग फरार
हो गए। अब बेसिक शिक्षा विभाग ने इस सभी के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए
हैं।
यहां
बता दें कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि बीते
कुछ साल में जिले के प्राथमिक विद्यालयों में टी.ई.टी. उत्तीर्ण बी.एड.
डिग्री धारियों की नियुक्ति हुई थी। इनमें कन्नौज, एटा, कानपुर, शिकोहाबाद,
फिरोजाबाद, मैनपुरी एवं आगरा के शिक्षक शामिल थे। इनमें एक शिक्षक की
नियुक्ति 2016 में, 4 की नियुक्ति 2017 में और 7 शिक्षकों की नियुक्ति 2011
में हुई थी। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग को जांच में इनके प्रमाण
पत्र फर्जी मिले जिसके बाद इनकी जांच पुलिस महानिदेशक के नेतृत्व वाली
एसआईटी को सौंपी गई। उन्होंने बताया कि एसआईटी जांच रिपोर्ट के आधार पर
आरोपी शिक्षकों को 22 दिसंबर 2017 को नोटिस भेजा गया था लेकिन नोटिस मिलने
पर फर्जीवाड़े का खुलासा होते देख सभी शिक्षक ड्यूटी से नदारद हो गए।
उन्होंने बताया कि 3 महीने तक इंतजार के बाद भी इन शिक्षकों का जवाब नहीं
मिला। कल अधिकारी ने इन सभी शिक्षको को बर्खास्त करते हुए इनके खिलाफ पुलिस
में मामला दर्ज करवाया।