आगरा। बेसिक शिक्षा विभाग ने अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 शिक्षकों को बर्खास्त किया है। इन सभी शिक्षकों की आगरा
यूनिवर्सिटी से जांच कराए जाने पर बीएड डिग्री फर्जी पाईं गईं। इस
कार्रवाई के बाद शिक्षकों में अफरा तफरी मची हुई है।
ये कार्रवाई एसआईटी की
जांच रिपोर्ट आने के बाद हुई है। वहीं इस कार्रवाई के शुरू होते ही
प्रमोशन पर भी रोक लगा दी गई है। 10 शिक्षकों का प्रमोशन के लिए नाम सूची
में तो शामिल किया गया था, लेकिन इसे रोक दिया गया है।
ये है मामला
आगरा यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री
प्राप्त कर इन शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी प्राप्त की थी। ये
मामला डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के बीएड फर्जीवाड़े से जुड़ा हुआ
है, जिसमें न्यायालय के आदेश पर एसआईटी जांच कर रही है। एसआईटी की रिपोर्ट
में इन सभी 12 शिक्षकों की डिग्रियां फर्जी पाईं गईं, जिसके बाद बहराइच
बीएसए ने इन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया। बता दें कि एसआईटी टीम द्वारा
2015 से ये जांच की जा रही है।
इन पर हुई कार्रवाई
एसआईटी की जांच रिपोर्ट में
बीएड फर्जी डिग्री प्रकरण में इन शिक्षकों के नाम सामने आए, जिन पर
कार्रवाई की गई है। शीलू यादव निवासी शिकोहाबाद तैनाती बख्तावरगांव, निधि
कुशवाह निवासी रामबाग आगरा तैनाती नवाबगंज, प्रवेश प्रताप सिंह निवासी एटा
तैनाती आगरा, देवेन्द्र कुमार निवासी एटा तैनाती आगरा, मनीष यादव निवासी
मैनपुरी तैनाती बहराइच, वीर बहादुर निवासी शिकोहाबाद तैनाती मैनपुरी,
शिशुपाल निवासी कासगंज तैनाती मैनपुरी, अर्चना यादव निवासी कानपुर तैनाती
बहराइच, प्रेमपाल निवासी जैथरा एटा तैनाती कुर्मिनपुरवा बहराइच और कुलदीप
सिंह निवासी छिबरामउ तैनाती बलहा, बहराइच को बर्खास्त किया गया है।
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