खुलासा! शिक्षामित्रों की नियुक्ति में हुआ था जमकर खेल

प्रतापगढ़- शिक्षा मित्रों को जब सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति दी जा रही थी, तब कुछ अफसरों ने जी भर के बहती गंगा में हाथ धोए। ऐसे लोगों को भी सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त दे दी, जो न तो कभी शिक्षा मित्र रहे और न ही इसके लिए कोई आवेदन किया था।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद समायोजन रद करने की प्रक्रिया शुरू हुई तो इन शिक्षकों को मूल पद पर भेजा जाने लगा। इस स्थिति में 19 ऐसे शिक्षकों के नाम सामने आए, जिनका मूल पद रिकार्ड में कहीं नहीं मिला। अब इन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर व वेतन की रिकवरी की तैयारी की गई है। मामले का राजफाश होने पर कई महीने की जांच में पुष्टि होने पर इन फर्जी अध्यापकों को नोटिस जारी की गई है। बीएसए बीएन सिंह के अनुसार सभी से हफ्ते भर में उनका पक्ष मांगा गया है। संबंधितों से वेतन की रिकवरी व एफआइआर भी कराए जाने की तैयारी है। इस अनियमितता में विभागीय अधिकारी शामिल थे। आरोपितों की सूची में तत्कालीन लेखाधिकारी रामपाल की बेटी दिव्या देवी भी शामिल हैं। इसके अलावा जिले के ही 18 और लोग शामिल हैं, जिनमें महिला भी हैं।रमेश त्रिपाठी, प्रतापगढ़1शिक्षा मित्रों को जब सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति दी जा रही थी, तब कुछ अफसरों ने जी भर के बहती गंगा में हाथ धोए। ऐसे लोगों को भी सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त दे दी, जो न तो कभी शिक्षा मित्र रहे और न ही इसके लिए कोई आवेदन किया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद समायोजन रद करने की प्रक्रिया शुरू हुई तो इन शिक्षकों को मूल पद पर भेजा जाने लगा। इस स्थिति में 19 ऐसे शिक्षकों के नाम सामने आए, जिनका मूल पद रिकार्ड में कहीं नहीं मिला। अब इन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर व वेतन की रिकवरी की तैयारी की गई है। मामले का राजफाश होने पर कई महीने की जांच में पुष्टि होने पर इन फर्जी अध्यापकों को नोटिस जारी की गई है। बीएसए बीएन सिंह के अनुसार सभी से हफ्ते भर में उनका पक्ष मांगा गया है। संबंधितों से वेतन की रिकवरी व FIR भी कराए जाने की तैयारी है। इस अनियमितता में विभागीय अधिकारी शामिल थे। आरोपितों की सूची में तत्कालीन लेखाधिकारी रामपाल की बेटी दिव्या देवी भी शामिल हैं।
-देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा