सिद्धार्थनगर : राज्य कर्मचारियों एवं शिक्षकों की भावनाओं को समझते
हुए सरकार को पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की पहल करनी चाहिए। इससे
प्रदेश के लाखों शिक्षक व कर्मचारी लाभान्वित होंगे। उनको बुढ़ापे में
दवा-इलाज के लिए जहां सहारा मिलेगा, वहीं बच्चे बेहतर परवरिश भी करेंगे।
उनका बुढ़ापा पूरी तरह सुरक्षित हो जाएगा।
उक्त बातें कर्मचारी-शिक्षक संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामकरन
गुप्ता ने कही। वह बुधवार को कलेक्ट्रेट संघ भवन में मोर्चे की बैठक को
संबोधित कर रहे थे। बैठक में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अटेवा द्वारा 30
अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में आहूत धरने की सफलता पर विमर्श किया
गया। इसको सफल बनाने के लिए जिले की भागीदारी पर चर्चा करते हुए आपस में
जिम्मेदारियां बांटी गईं। इसके अलावा रिक्त पदों को भरने, आउटसोर्सिंग बंद
किए जाने, विभिन्न विभागों में प्रोन्नति किए जाने व करमुक्त दो पहिया दिए
जाने आदि के लिए भी आवाज उठाई। कहा कि एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त सभी
कर्मचारियों एवं शिक्षकों को पेंशन मिलनी चाहिए। दिलीप कुमार, प्रेम सागर
चौधरी, अजय दूबे, गिरीश चंद्र मिश्रा,राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के
जिलाध्यक्ष अशोक त्रिपाठी, शिवाकांत पाण्डेय, फार्मासिस्ट संघ के
जिलाध्यक्ष वाईपी यादव, मंत्री गो¨वद ओझा, उमेश कुमार पाण्डेय, शंभूनाथ
गुप्ता, स्थानीय निकाय से संतोष श्रीवास्तव, दीपक कुमार, प्रवीण कुमार सहित
तमाम कर्मचारी व शिक्षक मौजूद रहे।
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