सीतापुर : प्राथमिक विद्यालयों में इंचार्ज के पद पर कार्यरत समायोजित
रहे शिक्षा मित्रों को पद से हटाया जाएगा। इन विद्यालयों में सीनियर सहायक
अध्यापक को प्रभारी प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी दी जाएगी। डीएम के निर्देश
पर बीएसए ने इस बाबत सभी बीईओ को आदेश दिए हैं।
बीईओ सकरन ने इस संबंध में
पत्र जारी कर समायोजित रहे शिक्षा मित्रों को प्रभार छोड़ने को कहा है।
जिले भर में तकरीबन 500 समायोजित रहे शिक्षा मित्र इंचार्ज प्रधानाध्यापक
पद पर कार्यरत हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग की बैठक में जिलाधिकारी के सामने विद्यालयों में
होने वाले विवाद को उठाया। जिसमें समायोजन रद होने के बाद भी शिक्षा
मित्रों को प्रभार से न हटाने पर सहायक अध्यापक आपत्ति कर रहे हैं। ऐसे में
कई विवाद के मामले भी सामने आ चुके हैं। डीएम ने बीएसए को मौखिक निर्देश
दिए कि ऐसे सभी समायोजित रहे शिक्षा मित्रों से प्रभार हटा दिया जाए। मौखिक
आदेश के बाद जिलाधिकारी ने कार्यवृत्ति में इसका आदेश भी जारी कर दिया। इस
मामले में पहल बीईओ सकरन डॉ. ब्रजेश त्रिपाठी ने की। उन्होंने जिलाधिकारी
के आदेश का हवाला देते हुए ब्लॉक में तकरीबन 50 समायोजित रहे शिक्षा
मित्रों को हटाने का पत्र जारी कर दिया। बीएसए ने बताया कि जिलाधिकारी के
आदेश के क्रम में सभी बीईओ को इस बाबत निर्देश जारी करके तत्काल समायोजित
रहे शिक्षा मित्रों से प्रभार वापस लिया जाएगा। इनसेट
अगस्त 2014 में प्रथम बैच में 1367 शिक्षा मित्रों का समायोजन हुआ था।
मई 2015 में द्वितीय बैच में 921 शिक्षा मित्रों का समायोजन सहायक अध्यापक
पद पर किया गया था। इसके बाद सीनियर होने के नाते लगभग 900 समायोजित शिक्षा
मित्रों को विद्यालय का इंचार्ज बना दिया गया था। जुलाई 2017 में उच्चतम
न्यायालय ने शिक्षा मित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया था, जिसके बाद भी
शिक्षा मित्र इस पद पर बने हुए थे। वर्जन
जिलाधिकारी ने समायोजित रहे शिक्षा मित्रों को चार्ज से हटाने का आदेश
दिया है। जिसके क्रम में ऐसे सभी शिक्षा मित्रों को इंचार्ज के पद से हटाने
के लिए बीईओ को निर्देश दिए हैं।
अजय कुमार, बीएसए
0 Comments