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एक शिक्षामित्र के भरोसे चल रहा विद्यालय

अंबेडकरनगर : टांडा नगर में शैक्षिक उन्नयन की बात करना बेमानी साबित हो रहा है। कहीं पर पूरी तरह से शिक्षण कार्य पटरी से उतर चुका है, तो कहीं पर अध्यापकों की कमी शिक्षण व्यवस्था को चौपट कर रहा है।
प्रत्येक शिक्षा सत्र में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अधिकाधिक छात्रों को प्राथमिक विद्यालय तक पहुंचाने का अभियान चलाया जाता है। लेकिन छात्रों के विद्यालय पहुंचने के बाद उनकी सुविधाओं से मुंह मोड़ लेना भी विभाग की परंपरा में शामिल हो गया है। संसाधनों व शिक्षकों का अभाव टांडा नगर के तमाम प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय की नियति बन गई है। छात्रों की संख्या के अनुरूप विद्यालय में अध्यापक नहीं है। कई ऐसे विद्यालय भी हैं, जहां शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह महज एक शिक्षामित्र के भरोसे है। ऐसे में इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की चुनौती बनी हुई है।

टांडा नगर शिक्षा क्षेत्र में 18 प्राथमिक विद्यालय व तीन पूर्व माध्यमिक विद्यालय है। इन विद्यालयों के सापेक्ष महज आठ शिक्षक हैं, जबकि तीन पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के सापेक्ष महज एक अध्यापक की तैनाती है। यहां अधिकांश विद्यालयों के शिक्षण कार्य शिक्षामित्र के भरोसे है। यहां कुल 16 शिक्षामित्रों की तैनाती है। ऐसे में टांडा नगर में स्थित प्राथमिक विद्यालय बालक एवं कन्या हयातगंज, प्राथमिक विद्यालय बालक छज्जापुर, प्राथमिक विद्यालय कन्या मीरानपुरा, प्राथमिक विद्यालय शारदा त्रिलोकनगर, प्राथमिक विद्यालय मुबारकपुर कन्या नवीन, प्राथमिक विद्यालय चौक, प्राथमिक विद्यालय अहाता, प्राथमिक विद्यालय कस्बा, प्राथमिक विद्यालय जलालपुर महज एक शिक्षामित्र के भरोसे संचालित हो रहा है। इन विद्यालयों में संचालित हो रहे पांच-पांच कक्षाओं में पठन-पाठन की जिम्मेदारी एक शिक्षामित्र के कंधों पर है। इसके अतिरिक्त नगर क्षेत्र में स्थित तीन पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में महज एक ही अध्यापक के होने के चलते यहां का शिक्षण कार्य भी शिक्षामित्रों के भरोसे ही संचालित हो रहा है। अध्यापकों की कमी के साथ ही संसाधनों की कमी यहां शिक्षण कार्य को प्रभावित कर रहा है। इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को होने के बावजूद भी इस तरफ किसी को भी देखने की फुर्सत नहीं है। खंड शिक्षा अधिकारी केपी ¨सह ने बताया कि नगर में संचालित प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था सुचारु रुप से चलाया जा रहा है। शिक्षण कार्य को किसी भी तरह प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।
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-संचालन जलालपुर में, देखरेख टांडा की


विद्युतनगर : जलालपुर तहसील के नगरीय क्षेत्र में संचालित हो रहा एक प्राथमिक विद्यालय ऐसा भी है जो भले ही जलालपुर नगरीय क्षेत्र में संचालित हो रहा है। लेकिन इसके देखरेख व संचालन का जिम्मा टांडा नगर के खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर है। इस विद्यालय को वर्षों पूर्व जलालपुर तहसील के नगरीय क्षेत्र में कन्या प्राथमिक विद्यालय जलालपुर के नाम से स्थापित किया गया था। विद्यालय की स्थापना के उपरांत इसके संचालन की जिम्मेदारी टांडा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को सौंपी गई थी। वर्षों बीत चुका है, लेकिन प्राथमिक विद्यालय के संचालन की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय टांडा उठा रहा है। हैरत की बात यह है कि दूसरे तहसील क्षेत्र में स्थापित इस विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य सही तरह से कराए जाने की जिम्मेदारी भी टांडा के अधिकारियों कर्मचारियों की है। बावजूद इसके इस विद्यालय में शिक्षण कार्य धरातल पर किस तरह चल रहा है। इसकी हकीकत भी किसी को नहीं पता। यही नहीं इन विद्यालयों में चल रहे शिक्षण कार्य की हकीकत जानने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के एक विद्यालय में प्रधानाचार्य के तौर पर नियुक्त मोहम्मद आदिल को टांडा नगर शिक्षा क्षेत्र का यूईआरसी भी नियुक्त किया गया है। बावजूद इसके नगर शिक्षा क्षेत्र अंतर्गत संचालित हो रहे विद्यालयों की तरफ किसी को भी देखने की फुर्सत नहीं है। ऐसे में जलालपुर नगरीय क्षेत्र में टांडा कार्यालय के भरोसे संचालित हो रहे विद्यालय में पठन-पाठन की व्यवस्था किस तरह चल रही है, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।

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