मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल अब केवल गरीब बच्चों के पढ़ने वाले स्कूल नहीं
रहेंगे। सरकारी स्कूल में कॉन्वेंट और पब्लिक स्कूल की तरह आधुनिक और
राष्ट्र के प्रति कर्तव्य का बोध कराने वाली शिक्षा दी जाएगी।
सीएम ने सोमवार को प्रतापगढ़ में
अफसरों के साथ बैठक कर विकास कार्यों की समीक्षा की थी। शाम को कंधई मधुपुर
गांव में चौपाल लगाई थी और रात्रि विश्राम इसी गांव के पंचायत घर में किया
था। सुबह उन्होंने इस गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में स्कूल चलो
अभियान रैली का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया फिर स्कूली बच्चों को बैग और
किताबें वितरित कीं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दो अप्रैल से प्रदेश सरकार
ने स्कूल चलो अभियान प्रारंभ किया है।
इसका
उद्देश्य यह है कि प्रदेश का कोई बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे। विगत
वर्ष जुलाई में अभियान प्रारंभ किया था। 1.54 करोड़ बच्चों ने बेसिक शिक्षा
परिषद के विद्यालयों में प्रवेश लिया था। सरकार ने इन बच्चों को दो जोड़ी
ड्रेस के साथ ही किताबें, जूते और स्वेटर उपलब्ध कराए थे। सीएम ने कहा कि
यह बड़ा अभियान है, जिसे केवल सरकार के भरोसे नहीं बल्कि आम लोगों की
सहभागिता से सफल बनाया जा सकता है। कहा कि गीता में लिखा है दुनिया का सबसे
पवित्र काम किसी को ज्ञानवान बना देना है। शिक्षित व्यक्ति के लिए कुछ भी
असंभव नहीं। उन्होंने स्कूली बच्चों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।