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शिक्षक बनने का रास्ता साफ, काउंसलिंग में फूल रहे विभाग के हाथ पांव

फीरोजाबाद। शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया से रोक हटने के बाद फिरोजाबाद में काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। पहले दिन 105 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। लेकिन, वहां अन्य जिलों से भी सैकड़ों अभ्यर्थी काउंसिलिंग कराने के लिए पहुंच गए। इस दौरान शिक्षा विभाग द्वारा कराई गई व्यवस्था ध्वस्त हो गई और काउंसिलिंग कराने के लिए अभ्यर्थियों को धक्का-मुक्की तक करनी पडी।

प्रदेश में 12,460 शिक्षकों की होनी है भर्ती
प्रदेश में 12,460 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। मार्च 2017 में काउंसिलिंग के बाद चयनित 105 अभ्यर्थियों को ही बीएसए कार्यालय बुलाया गया था। लेकिन, अन्य जिलों में पूर्व में काउंसिलिंग ना होने पर सबको मौका दिया गया तो फीरोजाबाद में भी सैकड़ों अभ्यर्थी अपने अभिलेख लेकर पहुंच गए। विभाग की तैयारियां छोटी पड़ गई और धक्का मुक्की के हालात बन गए। आनन-फानन में अफसरों ने जैसे-तैसे इनके अभिलेख जमा किए।

मार्च 2017 में शिक्षक भर्ती पर लग गई थी रोक
गौरतलब है कि मार्च 2017 में शिक्षक भर्ती पर रोक लग गई थी। उस वक्त फीरोजाबाद में काउंसिलिंग हो गई थी और 105 की सूची फाइनल हो गई थी। लेकिन, नियुक्ति पत्र बंटने से पहले रोक लग गई। पिछले दिनों भर्ती प्रक्रिया से रोक हटी तो फिर से प्रक्रिया शुरू हुई। अन्य जिलों ने काउंसिलिंग नहीं कराई थी, लिहाजा उन्होंने काउंसिलिंग भी कराई। ऐसे में फीरोजाबाद बीएसए दफ्तर पर भी सोमवार को सैकड़ों की संख्या में बीटीसी धारक पहुंच गए। मात्र 105 के आने की उम्मीद में दफ्तर में ही व्यवस्था करने वाले अफसरों के हाथ पांव फूल गए। एकाएक स्थान परिवर्तन भी संभव नहीं था, ऐसे में जैसे-तैसे इनके अभिलेखों को जमा कराने की प्रक्रिया शुरू कराई गई। दोपहर 12 बजे से एक बजे तक तो स्थिति यह रही, अपने अभिलेख पहले जमा करने के लिए दफ्तर में धक्का-मुक्की जैसी स्थिति रही। बाहर खड़ी भीड़ को रोकने के लिए गेट पर कर्मचारियों को तैनात करना पड़ा।

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