उप निदेशक ने देखा बेसिक शिक्षा का हाल

जागरण संवाददाता, उन्नाव : परिषदीय स्कूलों में उम्मीद से कम नामांकन और सर्व शिक्षा अभियान की हकीकत मंगलवार को उप शिक्षा निदेशक ने परखी। बीएसए कार्यालय में विभागीय फाइलों को जांचते हुए उन्होंने शैक्षिक सत्र 2018-19 की प्रगति रिपोर्ट देखी।
इसके अलावा इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूलों के संचालन के बारे में पूछा। शिक्षकों की कमी और आधे ब्लाक में शिक्षण कार्य अधूरा होने पर उन्होंने नाराजगी भी जाहिर की।
उप शिक्षा निदेशक ज्ञान प्रकाश ¨सह मंगलवार को बीएसए कार्यालय पूर्वाह्न 11:30 बजे के करीब पहुंचे थे। उनके कार्यक्रम की भनक न लगने से बेसिक शिक्षा कार्यालय में पूर्व की तरह व्यवस्थाएं थी। एकाएक निरीक्षण देख बाबू व अन्य कर्मचारियों के हाथ पांव फूल गए। बीएसए बीके शर्मा से जिले में सर्व शिक्षा अभियान में पूछते हुए अहम ¨बदुओं पर बैठक की। इस दौरान उन्होंने यू-डाइस प्रपत्र और परिषदीय बच्चों के आधार पंजीयन की रिपोर्ट हासिल की। यही नहीं, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं को मिलने वाली सहूलियत और पाठ्यक्रम के संबंध में जानकारी ली। एक घंटे के निरीक्षण में उप शिक्षा निदेशक ने कर्मचारियों का उपस्थिति रजिस्टर भी खंगाला। सर्व शिक्षा अभियान के तहत उन्होंने 17 ¨बदुओं को दोहराया।

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शासन द्वारा निर्धारित ¨बदु

- शिक्षकों की उपस्थिति चेक किए जाने की व्यवस्था के साथ अध्यापक और अभिभावक हेल्पलाइन डेस्क स्थापित करना। शिक्षकों की समस्या और शिक्षामित्रों के मानदेय। जनपद स्तर पर मान्यता विषयक प्रकरण निस्तारण व बच्चों की शिक्षा का मौखिक सत्यापन करना और ब्लाकवार इंग्लिश मीडिय स्कूल प्रमुख ¨बदुओं में शामिल था।