उल्टे-सीधे पूर्णांक और प्राप्तांक में उलझी दस शिक्षकों की तैनाती, चूक के चलते नहीं मिला नियुक्ति पत्र बीएसए कार्यालय का लगा रहे दौड़

 वाराणसी : परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 195 शिक्षकों की नियुक्ति हाल में हुई है। वहीं सहायक अध्यापक के लिए 230 का चयन हुआ था। 25 शिक्षक काउंसिलिंग में गैरहाजिर थे। काउंसिलिंग कराने वाले 205 शिक्षकों में 195 को विद्यालय भी आवंटित कर दिए गए हैं। विसंगतियों के चलते दस शिक्षकों की तैनाती फंस गई है। शासन से दिशा-निर्देश मांगा गया है।



काउंसिलिंग व विद्यालय आवंटन के दौरान पूर्णांक व प्राप्तांक में भिन्नता होने के कारण पांच शिक्षकों का नियुक्ति पत्र अंतिम चरण में रोक दिया गया। तीन शिक्षामित्रों का अनुभव नौ वर्ष था। उन्हें भारांक दस वर्ष पर दिया गया था। इसी प्रकार एक चयनित ने शिक्षक शिक्षामित्र पद पर रहते हुए नियमित बीएससी की डिग्री हासिल की है। एक शिक्षक मौके पर भूतपूर्व सैनिक का प्रमाणपत्र नहीं दिखा सके थे। पूर्णांक व प्राप्तांक में त्रुटि होने के बावजूद चयनित शिक्षक मेरिट सूची में हैं।

ऐसे में शासन की ओर से हरी झंडी मिलने पर पांच शिक्षकों की तैनाती अब भी संभव है। इसे देखते हुए बीएसए राकेश सिंह ने गत दिनों बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव को दोबारा पत्र भेजा है ताकि ऐसे शिक्षकों के बारे में स्पष्ट कोई आदेश जारी किया जा सके। दूसरी ओर चयनित सहायक अध्यापक बीएसए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं।

विवरण में विसंगितयां : पूजा कुमारी, बीएड में पूर्णांक 1068 अंकित है। वास्तविक पूर्णांक 2000 व प्राप्तांक 1703 है। तनुश्री, बीएड का प्राप्तांक 710 अंकित है। वास्तविक 722 है। करूणोश शर्मा, स्नातक में पूर्णांक 1200 व प्राप्तांक 973 अंकित है। वास्तविक पूर्णांक 2200 व प्राप्तांक 1273 है। सन्नी गौड़, इंटर में पूर्णांक 1000 व प्राप्तांक 376 अंकित है। वास्तविक पूर्णांक 500 व प्राप्तांक 376 है। राम बदन, बीटीसी प्रयोगात्मक का पूर्णांक 1725 व प्राप्तांक 1546 अंकित है। वास्तविक 1725 व 1543 है। अमरेश प्रताप सिंह, भूतपूर्व सैनिक का अद्यतन प्रमाणपत्र नहीं कर सके थे प्रस्तुत। अर्चना, शिक्षामित्र, अनुभव नौ वर्ष। रंजीता देवी, शिक्षामित्र, अनुभव नौ वर्ष। नीलम, शिक्षामित्र, अनुभव नौ वर्ष। रितिका, शिक्षामित्र रहते बीएससी।

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