जागरण संवाददाता, बांदा : जिले के परिषदीय स्कूलों में रिक्त 814 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया फिर शुरू हुई तो मुरझाए अभ्यर्थियों के चेहरे खिल उठे। अब उनके शिक्षक बनने के ख्वाब पूरे हो रहे हैं। 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत बुधवार को जीआइसी में 478 अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया। इसमें देर शाम तक 438 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई। शेष महिला अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग गुरुवार को होगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिश्चंद्रनाथ और डायट प्राचार्य वीरेंद्र कुमार सिंह की अगुवाई में छह सदस्यीय समिति ने गुरुवार को 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की। जिले में परिषदीय स्कूलों में रिक्त कुल 814 शिक्षक के पदों के लिए काउंसिलिंग दूसरे चरण की कराई जा रही है। इसके पूर्व अक्टूबर माह में 223 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देकर विद्यालयों का आवंटन कर दिया गया है। गुरुवार को काउंसिलिंग के लिए सुबह से ही जीआइसी में अभ्यर्थियों की भीड़ जमा हो गई। शिक्षकों ने अपने अभिलेखों और शपथ पत्र तैयार करने में पसीना बहाया। उन्हें स्टांप खोजने में मेहनत करनी पड़ी। देर शाम तक दूर-दराज जिलों कानपुर, गाजीपुर, फतेहपुर, वाराणसी, गोरखपुर से आए अभ्यर्थियों को काउंसलिग के लिए देर शाम तक इंतजार करना पड़ा। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि पहले दिन 814 में 478 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। देर शाम तक 438 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई है। गुरुवार को सुबह दस बजे से 336 महिला अभ्यर्थियों के साथ छूटे हुए पुरुष अभ्यर्थियों की भी काउंसिलिंग होगी। इसके बाद जो अनुपस्थित रहेंगे, वह खुद जिम्मेदार होंगे। उनके आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा। काउंसलिग में बेसिक शिक्षा अधिकारी के अलावा डॉयट प्राचार्य वीरेंद्र कुमार सिंह, डायट वरिष्ठ प्रवक्ता निशा गुप्ता, जीजीआईसी प्रधानाचार्य वीना गुप्ता, जीआईसी प्रधानाचार्य ब्रजराज सिंह सहित सभी एबीएसए मौजूद रहे। काउंसिलिंग कराने आए कानपुर के अजय कुमार व चित्रकूट के रामेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षक बनने की उम्मीद अरसे से पाले हैं। अब जाकर उनका सपना साकार होने की स्थिति आई है।
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चित्रकूट में महिलाओं व दिव्यांगों की हुई काउंसिलिंग, 13 रहे अनुपस्थित
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : प्रदेश को मिले 36590 नए शिक्षकों में जिले को 786 को तैनाती मिलेगी। नए शिक्षकों में पहले दिन महिला व दिव्यांग शिक्षकों की काउंसिलिंग कराई गई। इसमें 13 शिक्षक काउंसिलिंग में नहीं पहुंचे।
जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान शिवरामपुर में 786 शिक्षकों की काउंसिलिंग तीन दिन होगी। नियुक्त प्रभारी सत्येंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को 291 महिला व 20 दिव्यांग शिक्षकों की काउंसिलिंग होनी थी। लेकिन 13 लोग शामिल नहीं हुए। कोरोना को देखते हुए सभी को दूर-दूर लाइन में खड़ा कराया गया था। संस्थान में प्रवेश के पहले सभी की थर्मल स्क्रीनिग भी कराई गई और हाथ सैनिटाइज कराए गए। अब गुरुवार को 475 पुरुषों की काउंसिलिंग होगी।