यूपी के लगभग 21 लाख TET पास बेरोजगारों की नई शिक्षक भर्ती पर नजर, आश्वासनों के बीच सरकार के ऐलान का इंतजार

यूपी में शिक्षक भर्ती को लेकर फिर से चर्चा शुरू हो गई है। परीक्षा से जुड़े कैंडिडेट्स नए शिक्षा मंत्री, डिप्टी सीएम से मुलाकात और सीएम तक अपना संदेश पहुंचाने में लग गए हैं। सरकार की तरफ से नौकरियों के मामले में पॉजिटिव रिस्पांस आ रहा है।


31 मार्च 2022, सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, "आपकी सरकार ने सभी सेवा चयन बोर्डों को अगले 100 दिन में 10 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान करने के लिए निर्देश दिए हैं।"

इस ट्वीट के कमेंट बॉक्स में 3347 रिप्लाई कमेंट थे। इसमें 50% कमेंट ऐसे थे जिनमें ये तीन चीजें सबसे अधिक दिखी।

पहला- 6800 आरक्षित वर्ग को नियुक्ति दो।
दूसरा- 97 हजार नई शिक्षक भर्ती कब?
तीसरा- 21 लाख बेरोजगार टेट-सीटेट पास करके इंतजार में बैठे हैं।

ऐसे पोस्ट हमें सिर्फ सीएम योगी के ट्वीट के कमेंट बॉक्स में ही नहीं बल्कि फेसबुक और नए बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के इंस्टाग्राम पोस्ट पर भी देखने को मिले। वजह सिर्फ इतनी है कि दो साल ट्रेनिंग के बाद BTC छात्रों के पास बेसिक शिक्षा के अलावा कहीं कोई सरकारी नौकरी का विकल्प नहीं है। इसलिए वह सोशल मीडिया पर लगातार और सड़कों पर कभी-कभी उतरकर प्रदर्शन करते रहते हैं।

पहले दो उदाहरण देखिए...
1. 17 हजार पदों का ऐलान पर जारी नहीं हुआ विज्ञापन
24 दिसंबर 2021, यूपी में आचार संहिता लगने के ठीक 14 दिन पहले उस वक्त के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने ऐलान किया कि 17 हजार पदों पर शिक्षक भर्ती की जाएगी। ऐसा नहीं हो सका। इस भर्ती से जुड़ा कोई भी विज्ञापन न उस वक्त जारी किया गया और न ही नई सरकार बनने के बाद कोई विज्ञापन जारी किया गया है।


2. 6800 पदों की भर्ती के ऐलान को कोर्ट ने बता दिया गलत
69000 शिक्षक भर्ती तीन चरण में पूरी हो गई तो आरक्षण घोटाले की बात सामने आई। अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। भूखे रहकर धरना दिया। नतीजा ये रहा कि सतीश द्विवेदी ने 24 दिसंबर 2021 को रिजर्व कैटेगरी के अभ्यर्थियों के लिए 6800 पदों का ऐलान किया। उन्होंने कहा, "29 दिसंबर तक सूची, 3 से 5 जनवरी 2022 तक सभी कागजी जांच के बाद 6 जनवरी 2022 को नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा।" ये भी नहीं हुआ।

29 जनवरी 2022 को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने इस मामले पर सुनवाई की। जस्टिस राजेंद्र रॉय ने कहा, "जब 69 हजार पदों पर भर्ती की बात की गई है तो फिर अतिरिक्त क्यों? 69 हजार से एक भी अधिक अभ्यर्थी को नियुक्ति नहीं दी जा सकती। राज्य सरकार तय करे कि उसे क्या करना है।"

इस भर्ती से जुड़े अभ्यर्थी इस रोक के खिलाफ दोबारा कोर्ट पहुंच गए। 28 मार्च को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने एकल पीठ के फैसले में दखल देने से इंकार कर दिया। जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस अजय कुमार श्रीवास्तव ने सरकार से पूछा कि जब 69 हजार भर्ती हो गई तो यह अतिरिक्त भर्ती कैसे निकाली जा रही है? सरकार इस सवाल का जवाब नहीं दे सकी।

अब भर्ती की बात
सरकार ने कोर्ट में बताया 51,112 पदों पर भर्ती करने जा रहे हैं पर अभी तक नहीं हुई
जून 2021 में राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट जमा करते हुए बताया कि 51,112 पदों पर भर्ती की जाएगी। कोर्ट में सरकार ने यह भी बताया कि इस वक्त यूपी में 73,711 पद खाली हैं। इसमें 52,317 पद प्रिंसिपलों के खाली हैं। प्रदेश की परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 28 नवंबर 2021 को यूपी सरकार को यूपी TET करवाने का प्रस्ताव भेज दिया। तब कहा गया कि अक्टूबर 2021 में भर्ती का ऐलान होगा, लेकिन यह नहीं हो सका। 9 महीने बीत गए लेकिन किसी तरह की भर्ती का ऐलान नहीं हो सका।

केंद्र और राज्य सरकार के आंकड़ों में बड़ा अंतर
जून 2021 में उस वक्त के केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सदन में बताया था कि देशभर में 10 लाख 60 हजार 139 शिक्षकों के पद खाली हैं। अकेले यूपी में यह संख्या 2,17,481 है। जून 2021 के बाद 69 हजार शिक्षक भर्ती पूरी हुई। अगर इसे घटाएं तो खाली शिक्षकों के पदों की संख्या 1.50 लाख के आसपास होती है। ध्यान रहे 69 हजार शिक्षक भर्ती का 60% नियुक्ति पत्र जून 2021 के पहले बंट चुका था।

जून 2021 में केंद्र सरकार ने जो आंकड़ा सामने रखा था उसके मुताबिक 2.17 लाख पद खाली हैं।
जून 2021 में केंद्र सरकार ने जो आंकड़ा सामने रखा था उसके मुताबिक 2.17 लाख पद खाली हैं।
पिछले पांच साल में सरकार ने अपनी तरफ से नहीं निकाली कोई भर्ती
25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के स्कूलों में पढ़ा रहे 1.70 लाख शिक्षा मित्रों के समायोजन को असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया। इसमें 30 हजार TET पास थे इसलिए वह सहायक अध्यापक बने रहे। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया कि जल्द 1.37 लाख खाली पदों पर रिक्तियों को भरा जाए। सरकार ने पहले 68,500 और फिर 69000 भर्ती प्रक्रिया पूरी की। इन भर्तियों के अतिरिक्त सरकार ने कोई भर्ती नहीं निकाली।

हर साल दो लाख अभ्यर्थी BTC पास लेकिन उनके पास कोई विकल्प नहीं
यूपी में हर साल 2.42 लाख छात्र ग्रेजुएशन करके BTC में एडमिशन लेते हैं। इसमें 10 हजार छात्र सरकारी कॉलेज से ट्रेनिंग लेते हैं। 2.10 लाख से अधिक लड़के प्राइवेट कॉलेज में मोटी फीस देकर दो साल ट्रेनिंग लेते हैं। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद इनके पास सिर्फ बेसिक शिक्षा में ही अप्लाई करने का मौका होता है। अगर भर्ती नहीं आई तो यह इंतजार ही करते रहते हैं।

अब तक 21 लाख अभ्यर्थी TET पास लेकिन
BTC और B.Ed करने के बाद TET और सुपर TET पास करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 21 लाख से अधिक हो चुकी है। इनमें 12 लाख अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने एक से अधिक बार TET या सुपर TET पास किया है।


बीटीसी संयुक्त मोर्चा यूपी के अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा, B.Ed वालों को TGT की परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है लेकिन BTC वालों के साथ यह संभव नहीं है। सरकार BTC ट्रेनिंग करवाती ही इसीलिए है कि वह अभ्यर्थियों के लिए भर्ती निकाले।

97 हजार भर्ती के लिए के लिए फिर से आंदोलन करेंगे
रजत सिंह ने कहा, "सरकार भले ही 68,500 और 69000 भर्ती को अपनी उपलब्धि बताए लेकिन यह उसकी उपलब्धि का हिस्सा नहीं है। यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हुआ था। इससे नए लोगों की एंट्री जरूर हुई लेकिन संख्या में कोई कमी नहीं आई।" नई भर्ती को लेकर रजत कहते हैं कि "हमें नई सरकार से उम्मीदें हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और उनकी पत्नी नम्रता पाठक से मुलाकात की। सभी ने हमारी मांग को सीएम योगी के सामने रखने का आश्वासन दिया है।"

जब भर्ती नहीं करवानी तो फिर रोक दिया जाए BTC/B.Ed
BTC करके टेट और सुपर TET पास हो चुकी प्रयागराज की सपना शुक्ला कहती हैं कि सरकार से जब भी नई शिक्षक भर्ती की मांग होती है सरकार चुप्पी साध लेती है। अगर नई भर्ती नहीं निकालनी तो उन्हें सत्र जीरो कर देना चाहिए। 3 बार BTC और 3 बार B.Ed के बैच आ चुके हैं। ऐसे में मेरिट की लड़ाई में पुराने बैच पिछड़ते चले जाएंगे।

15 दिन बीते पर नए शिक्षा मंत्री की तरफ से कोई बयान नहीं
25 मार्च 2022 को यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के पोते संदीप सिंह को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलवाई गई। संदीप को बेसिक शिक्षा मंत्री बनाया गया। 15 दिन बीत चुके हैं उनके ट्विटर हैंडल पर भर्ती से जुड़ी कोई भी बात शेयर नहीं की गई है। 5 अप्रैल को संदीप सिंह लखनऊ बेसिक शिक्षा निदेशालय सभागार में महानिदेशक बेसिक शिक्षा अनामिका सिंह और विशेष सचिव अवधेश तिवारी के साथ बैठक की। 8 अप्रैल को उन्होंने TET परीक्षा पास विद्यार्थियों को बधाई दी।