अब बीटीसी 2015 के रिजल्ट में गड़बड़ी, 25 का था पूर्णांक मिले 26 और 40 नंबर, जांच शुरू

इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग के लिए इन दिनों सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है और उसमे भी परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की समस्या कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है।
एक ओर 68500 सहायक अध्यापक भर्ती मुसीबत में फंसी है तो दूसरी ओर सहायक भर्ती में शामिल होने के लिए बीटीसी प्रशिक्षण ले रहे अभ्यर्थियों के रिजल्ट में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। दरअसल परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय द्वारा बीटीसी 2015 के तृतीय सेमेस्टर का रिजल्ट जारी हुआ है। जिसमें पूर्णांक से भी अधिक नंबर अभ्यर्थियों को दिए जाने का मामला सामने आया है। फिलहाल मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए गए हैं और तृतीय सेमेस्टर के अभ्यर्थियों की कॉपीओं की स्क्रूटनी की जा रही है। मामले में सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जो भी दोषी होगा उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से नंबर चढ़ाने व देने का कोई कार्य नहीं किया गया है। कॉपी जांचने व नंबर देने की प्रक्रिया जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा की गई है।
बीटीसी 2015 के तृतीय सेमेस्टर के परिणाम में जिन अभ्यर्थियों के अंकपत्र में गड़बड़ी का मामला सामने आया है उसमें अंबेडकरनगर के एक व गाजीपुर के 2 अभ्यर्थियों की डिटेल सामने आई है। जिसमें अम्बेडकरनगर के भागीरथी कमला टीचिंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के छात्र नीलोफर भारती अनुक्रमांक नंफर 171592240 को तृतीय सेमेस्टर में 25 अंकों के गणित की लिखित परीक्षा में 40 अंक मिले हैं।
जबकि गाजीपुर के श्री मेघबरन सिंह बीटीसी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के छात्र परवेज अहमद अनुक्रमांक 171450939 को गणित में 25 अंकों की लिखित परीक्षा में 29 नंबर मिला है। वहीं, गाजीपुर के श्री सुखई सिंह कॉलेज फॉर एजुकेशन एंड ट्रेनिंग सेंटर की छात्रा प्रियंका अनुक्रमांक 171455426 को संस्कृत की 25 अंकों की लिखित परीक्षा में 26 नंबर मिला है। इन तीनों प्रशिक्षुओं के अंकपत्र अब सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहे हैं और इनका अंकपत्र वायरल हो चुका है।

सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि पूर्णांक से अधिक नंबर दिए जाने के मामले में गाजीपुर व अंबेडकर नगर के डायट प्राचार्यों को जांच सौंपी गई है। संभावना है कि जांच एजेंसी अथवा कॉपी जांचने वाले शिक्षक द्वारा यह गड़बड़ी की गई है जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी उन्होंने बताया कि कॉपियों की स्क्रूटनी के लिए पत्र लिख दिया गया है। अक्टूबर में प्रस्तावित चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा से पहले स्क्रूटनी का रिजल्ट जारी कर दिया जायेगा।