68500 सहायक अध्यापक भर्ती : उत्तर पुस्तिकाओं की स्क्रूटनी शुरू, जानिए क्या होगा अब ?

इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में लिखित परीक्षा वाली उत्तर पुस्तिकाओं की स्क्रूटनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। स्क्रूटनी प्रक्रिया एक सप्ताह तक चलेगी। इस दौरान सभी अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिका फिर से जांची जाएगी और उसी के अनुरूप संशोधित परिणाम जारी होगा।
फिलहाल स्क्रूटनी शुरू होने से एक बार फिर से अभ्यर्थियों में नौकरी पाने की उम्मीद जग गई है। अधिकांशतः वह अभ्यर्थी स्क्रूटनी में सफल माने जा रहे हैं जिनकी स्कैन कापियां सामने आई है और उनमें गड़बड़ियों के साक्ष्य मिले हैं।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही हाईकोर्ट में सरकार की ओर से यह बताया गया था कि सभी उत्तरपुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन होगा। उसके बाद भर्ती प्रक्रिया की जांच कर रही कमेटी की ओर से भी इसके बाबत ही संकेत मिले थे और अब बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रभात कुमार ने भी स्कूटनी प्रक्रिया शुरू होने की पुष्टि की है। जिसका रिजल्ट एक सप्ताह बाद जारी होने की संभावना है।
68500 सहायक अध्यापक भर्ती में इस स्क्रूटिनी का आदेश बेहद ही प्रभावशाली साबित होने वाला है। क्योंकि स्क्रूटिनी की प्रक्रिया में लिखित परीक्षा देने वाले सभी एक लाख 7873 अभ्यर्थियों की कॉपियां चेक होंगी और यह पूरी संभावना है कि उन अभ्यर्थियों को भी नौकरी मिल जाएगी जो गड़बड़ी का शिकार होने से चयनित होने से वंचित रह गए थे। यानी कांपी में अधिक नंबर पाने वाले व रिजल्ट में कम नंबर दिखाई देने से प्रभावित होने वाले अभ्यर्थियों की किस्मत का ताला एक सप्ताह के अंदर ही खुल जाएगा।
स्क्रूटिनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिन अभ्यर्थियों का अंक निर्धारित कट ऑफ को पूरा करने में सफल होगा उन सभी को टीचर की नौकरी दी जाएगी। क्योंकि पूरे अभ्यार्थियों के सापेक्ष ही संशोधित रिजल्ट जारी किया जाएगा। पूरी संभावना है कि जिन अभ्यर्थियों ने अभी तक स्कैन कॉपी निकलवाई हैं और उनकी कॉपी में कटऑफ से ज्यादा अंक मौजूद हैं । तो उन्हें टीचर पद के लिए चयनित किया जाएगा और संशोधित परिणाम में उनका भी नाम शामिल होगा । जिसके बाद उनके लिए नियुक्ति पत्र जारी किए जाएंगे ।

जैसा कि मौजूदा समय में इस बात के भी साक्ष्य मिले हैं कि कम अंक पाने के बावजूद रिजल्ट में अधिक अंक कुछ अभ्यर्थियों के दर्शाए गए हैं और उन्हें टीचर पद पर चयनित कर लिया गया है । इतना ही नहीं उन्हें जॉइनिंग भी मिल गई है । ऐसे में संशोधित रिजल्ट जारी होने के बाद अगर ऐसे अभ्यर्थियों के नाम संशोधित परिणाम में नहीं आते हैं तो उनकी नौकरी चली जाएगी। लेकिन, ऐसे टीचरों को पद से हटाना बेहद ही मुश्किल होगा। यानी सरकार के सामने अड़चन भी आनी तय है । फिलहाल जो अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में कम अंक लाकर भी चयन सूची में शामिल हुए हैं उन पर गाज गिरने की पूरी संभावना है और उनकी नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। फिलहाल योगी सरकार इनके लिए कौन सी प्रक्रिया अपनायेगी अभी इस पर मंथन चल रहा है।