69 हजार शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने मंगलवार को एससीईआरटी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने विभाग के अधिकारियों पर ओबीसी व एससी वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ नाइंसाफी का आरोप लगाया। उनका कहना था कि ओबीसी व एससी वर्ग के अभ्यर्थियों की 7149 सीटे सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को दे दी गयी।
ओबीसी को 27 प्रतिशत की जगह केवल 18 प्रतिशत ही आरक्षण दिया गया है। सैकड़ों की संख्या में जुटे अभ्यर्थियों ने कहा कि उनके साथ छल किया गया है। उनके कोटे की सीटें जरनल वर्ग के अभ्यर्थियों को दे दी गयी हैं। ओबीसी तथा एससी वर्ग के प्रत्येक अभ्यर्थी ने 67867 की लिस्ट में से एक एक अभ्यर्थियों का डाटा निकाल कर परीक्षण किया है। इसमें पता चला कि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को उन्हें इस भर्ती में 27% में से मात्र 18% ही आरक्षण दिया है। जबकि एससी वर्ग को इससे भी कम आरक्षण दिया गया है। अभ्यर्थियों ने यहां काफी देर तक हंगामा वप्रदर्शन किया। इसके चलते यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। देर शाम ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों को प्रशासन ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात के लिए भेजा। 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल उनके आवास ले जाया गया। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह नहीं मिले।