नियुक्ति पत्र लेने से पहले ही पकड़े गए पांच संदिग्ध शिक्षक, बीटीसी और सीटेट उत्तीर्ण करने से पहले किया था आवेदन

 गाजीपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों पर नौकरी हथियाने का क्रम टूट नहीं रहा है। 69 हजार शिक्षक भर्ती की काउंसिलिग के दौरान भी पांच और संदिग्ध शिक्षक पकड़े गए हैं। उन्होंने सीटेट व बीटीसी उत्तीर्ण करने से पहले ही तथ्यों को छिपाकर आवेदन कर दिया। अब काउंसिलिग के दौरान पकड़े जाने पर विभाग ने उनका चयन निरस्त कर दिया है।



बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा निकाली गई 69 हजार शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2018 थी। इससे पहले बीटीसी व टेट पास करने वाले अभ्यर्थियों को ही आवेदन करना था, लेकिन कई अभ्यर्थियों ने भी कूटरचित दस्तावेजों के सहारे आवेदन किया था। उनका चयन भी हो गया लेकिन डर के मारे पहली बार काउंसिलिग नहीं कराई। जब सरकार ने छूटे हुए नवनियुक्त शिक्षकों को काउंसिलिग कराने का एक और मौका दिया तो इस बार इन्होंने नौकरी हथियाने की कोशिश की। 10 व 11 दिसंबर को हुई काउंसिलिग के दौरान जब उन्होंने अपना दस्तावेज प्रस्तुत किया तो पकड़े गए। दो ऐसे नवनियुक्त शिक्षक मिले, जिन्होंने सीटेट 2019 में किया था। इसके अलावा तीन ऐसे नव नियुक्त शिक्षक मिले जो बीटीसी में फेल हो गए थे लेकिन उन्होंने आवेदन कर दिया। फिर बैक पेपर देकर 2019 में बीटीसी पास किया। पकड़े जाने के बाद इन पांचों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली।

छूटे हुए नवनियुक्त शिक्षकों को काउंसिलिग कराने का एक और मौका दिया गया था। इसमें पांच ऐसे मिले जिन्होंने आवेदन करने के बाद सीटेट व बीटीसी पास किया था। जांच के बाद पकड़े जाने पर उनका चयन निरस्त कर दिया गया है।

- श्रवण कुमार, बीएसए।