देश में कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम की तैयारी सरकार ने तेज कर दी है। देश में भी कम से कम आठ टीकों पर काम चल रहा है। उम्मीद है कि तीन से चार टीके जल्द उपलब्ध होंगे। इसको देखते हुए केंद्र ने राज्यों के लिए टीकाकरण अभियान को लेकर दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि किसको और कैसे वैक्सीन दी जाएगी। टीकाकरण के लिए बनाए गए हर केंद्र पर रोज एक सत्र में 100-200 लोगों को टीके लगाए जाएंगे और 30 मिनट तक उन्हें निगरानी में भी रखा जाएगा।
सबसे पहले प्राथमिकता के आधार पर 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने की तैयारी है। इनमें कोरोना मरीजों के इलाज और देखभाल से जुड़े डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी, सफाई कर्मी और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स, 50 साल और अधिक उम्र के लोग शामिल हैं। इस समूह में 50 साल से कम उम्र के ऐसे लोगों को भी रखा गया है, जो पहले से किसी न किसी गंभीर रोग से ग्रस्त हैं। टीका उपलब्ध होने पर बाकी लोगों को टीका लगाया जाएगा।
टीकाकरण के हर सत्र में हर सेंटर में रोज सिर्फ 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। लोगों को कोविन वेबसाइट पर पहले से ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा। मौके पर रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था नहीं होगी, जिस केंद्र पर लोगों के प्रतीक्षा और टीका लगाने के बाद उन पर निगरानी रखने के लिए अतिरिक्त स्थान की व्यवस्था होगी, वहां एक और टीम लगाकर रोज 200 लोगों को टीका लगाया जा सकता है। हर केंद्र पर पांच सदस्यीय एक टीम होगी। इनमें एक टीकाकरण अधिकारी, एक अतिरिक्त अधिकारी, एक सुरक्षाकर्मी, टीका लगाने के बाद निगरानी रखने वाला एक अधिकारी शामिल होगा। दो ऐसे लोग होंगे जो टीका लगाने आए लोगों की पड़ताल करेंगे। इसके अलावा, भीड़ प्रबंधन, सूचना शिक्षा और संचार के लिए जिम्मेदार दो-सहायक कर्मचारी होंगे।
दिशानिर्देशों के मुताबिक टीका लगाने के लिए 50 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की पहचान करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनावों के नवीनतम मतदाता सूची का उपयोग किया जाएगा। संबंधित सामग्री 13।
’>>टीका देने के बाद हर व्यक्ति की 30 मिनट तक की जाएगी निगरानी
’>>टीका लेने के लिए कोविन वेबसाइट पर स्वयं पहले से कराना होगा रजिस्ट्रेशन
’50 साल से अधिक उम्र के लोगों की पुष्टि करने के लिए नवीनतम मतदाता सूची का उपयोग
’उप्र में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा
’जहां प्रतीक्षा-निगरानी कक्ष की अतिरिक्त व्यवस्था होगी वहां एक सत्र में 200 को टीका
वैक्सीन लगाने वालों को आसान भाषा में दें प्रशिक्षण: योगी
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : कोरोना वैक्सीन के वितरण की तैयारियां राज्य सरकार ने तेज कर दी हैं। सोमवार से प्रदेश में वैक्सीन लगाने वाले वैक्सीनेटरों का प्रशिक्षण शुरू हो गया। इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि वैक्सीनेटरों को प्रशिक्षण आसान भाषा में दिया जाए, ताकि उन्हें समझने में कोई परेशानी न हो। मुख्यमंत्री ने सोमवार को कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और वैक्सीन संबंधी तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के प्रभावी और सुरक्षित स्टोरेज संबंधी निर्देश सरकार पहले ही दे चुकी है। तेजी से काम कर कोल्ड चेन को तैयार कर लिया जाए। योगी ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टर कोविड वॉर्ड में राउंड लें। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी मौजूद थे।
इनको पहले लगेगा टीका
’पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को टीका
’इनमें 50 साल और इससे अधिक उम्र के 26.5 करोड़ लोग शामिल होंगे
’इन्हें 50-60 साल और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में बांटा जा सकता है
’डॉक्टर, नर्स व अग्रिम मोर्चे पर डटे एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मी और अन्य
’पहले से गंभीर रोगों से ग्रस्त 50 साल से कम उम्र के 2.5 करोड़ लोग
12 फोटो पहचान पत्र होंगे मान्य
कोरोना वैक्सीन लेने के लिए लोगों को पहले से कोविन (कोविड वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क) वेबसाइट पर स्वयं रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइ¨वग लाइसेंस, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज समेत कुल 12 फोटो पहचान पत्र मान्य होंगे।
‘एक सुई, एक सीरिंज, सिर्फ एक बार’ की रणनीति
टीकाकरण में इस्तेमाल सीरिंज और सुइयों के सुरक्षित निस्तारण को लेकर भी दिशानिर्देश दिया गया है। सरकार ने ‘एक सुई, एक सीरिंज, सिर्फ एक बार’ की रणनीति अपनाई है। इसका आशय यह है कि एक सुई और सीरिंज का इस्तेमाल सिर्फ एक व्यक्ति को टीका लगाने के लिए किया जाए।