प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की आरओ/एआरओ यानी समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी-2016 पेपर लीक प्रकरण की जांच पुन: शुरू हो गई है। सीबीसीआइडी की टीम ने बुधवार को प्रयागराज
के कर्नलगंज थाने में शिकायतकर्ताओं का बयान दर्ज किया। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय ने पेपर लीक प्रकरण से जुड़े साक्ष्य टीम को सौंपा। आने वाले दिनों में कुछ और लोगों से पूछताछ हो सकती है।यूपीपीएससी ने आरओ-एआरओ-2016 की प्रारंभिक परीक्षा 27 नवंबर 2016 को प्रदेश के विभिन्न जिलों में कराई थी। परीक्षा के दौरान लखनऊ के कुछ केंद्रों पर पेपर लीक हो गया था। आइपीएस अमिताभ ठाकुर ने हजरतगंज थाना में इसकी एफआइआर दर्ज कराई थी, तत्कालीन सरकार ने जांच एसटीएफ को सौंपा था। 2017 में योगी सरकार ने जांच सीबीसीआइडी को सौंपा। सीबीसीआइडी ने पेपर लीक होने की बात मानी। इसके मद्देनजर आयोग ने परीक्षा रद करके उसे 20 सितंबर 2020 नए सिरे से कराया है। सीबीसीआइडी यहीं जांच खत्म करना चाहती थी। लेकिन, शासन पेपर लीक प्रकरण में शामिल लोगों को बेनकाब करना चाहता है। अब जांच टीम के समक्ष पेपर लीक प्रकरण में शामिल अभियुक्तों को बेनकाब करने की चुनौती है। सूत्रों के अनुसार सीबीसीआइडी को पेपर लीक से संबंधित एक व्यक्ति का मोबाइल फोन प्राप्त हुआ है, जिसे टीम ने जब्त कर लिया है, परंतु संबंधित व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है। टीम उसके परिवार का बयान लेकर जांच आगे बढ़ा रही है।