शिक्षकों को हर वर्ष 50 घंटे का प्रशिक्षण, कॅरिअर काउंसिलिंग से होगी पहचान

 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत यूपी की कार्ययोजना में हर वर्ष शिक्षकों को 50 घण्टे का प्रशिक्षण देने की योजना है। शिक्षकों को स्वतंत्र रूप से काम करने के लिए राज्य स्तर से समयसारिणी या अन्य चीजें भेजने पर रोक लगाने को भी कार्ययोजना में शामिल किया गया है ताकि हर स्कूल के अपनी जिम्मेदारी निभाना प्रमुख सीख सकें। इसके अलावा राज्य स्तर पर नवाचार इकाई भी बनाई जाएगी.

जहां नवाचारों को संकलित किया जाएगा। मंडलीय शिक्षा अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।


ओडीओपी पढ़ाया जाएगा : ओडओपी के तहत चयनित उत्पाद से
संबंधित कौशल स्कूल में पढ़ाया जाएगा। कक्षा 9-10 में दो और कक्षा 11-12 में एक व्यावसायिक ट्रेड पढ़ाना अनिवार्य होगा। कक्षा 9 के पाठ्यक्रम में इसे शामिल किया जाएगा।


कॅरिअर काउंसिलिंग से होगी पहचान
हर सत्र में दो से तीन बार कॅरिअर काउंसिलिंग का आयोजन किया जाएगा । इसमें क्षेत्रीय रोजगार संस्थाओं व पीपीपी के आधार पर संस्थाओं को अनुबंधित किया जाएगा। इसमें प्रतिभाशाली बच्चों की पहचान कर चिह्नित कर उनकी रुचि व कौशल क्षमता के आधार पर संबंधित ट्रेड का प्रशिक्षण देने और उचित संस्था के चयन में मार्गदर्शन देगी। प्रतिभाशाली बच्चों की पहचान कर उन्हें अलग से दिग्दर्शन दिया जाएगा। 2022-23 से इसे सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा।