प्रयागराज : पीसीएस-2018 में स्केलिंग लागू नहीं करने, दूसरे प्रदेशों के अभ्यर्थियों का चयन करने जैसे आरोप उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग पर लगाए जाते रहे हैं। इधर, आयोग पर पीसीएस-2018 चयनितों का ब्योरा छिपाने
का आरोप लग रहा है। यह आरोप लगाया है सूचना के अधिकार अधिनियम-2005 के जरिए समस्त चयनितों का नाम, पता मांगने वाले प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के प्रवक्ता अवनीश पांडेय ने। बताया कि आयोग ब्योरा नहीं दे रहा है। इसको लेकर उन्होंने शुक्रवार को अपीलीय अधिकारी के समक्ष अपील करके ब्योरा देने की मांग की है। इस बार भी जानकारी न दी गई तो राज्य सूचना आयोग में शिकायत करेंगे।यूपीपीएससी ने पीसीएस-2018 का अंतिम रिजल्ट 11 सितंबर को घोषित किया था। इसमें प्रथम व दूसरे नंबर की टॉपर हरियाणा की थी। इनके अलावा महत्वपूर्ण पदों पर दूसरे प्रदेश के अभ्यर्थियों का चयन होने का आरोप लगता रहा है। इसके मद्देनजर प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के प्रवक्ता अवनीश पांडेय ने एक अक्टूबर को आरटीआइ के जरिए आयोग से समस्त चयनितों का नाम, स्थायी पता व मोबाइल नंबर की सूची मांगी थी। अवनीश का कहना है कि आयोग के जनसूचना अधिकारी ने अपने जवाब में बताया कि वांछित सूचना न तो तैयार की जाती है, न तैयार करने का प्रावधान है। इस पर उन्होंने पीसीएस-2016 के चयनितों का नाम, पता सहित समस्त ब्योरा वाली की सूची आयोग को देकर उसी के अनुरूप जानकारी मांगी है। वहीं, आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि अपीली अधिकारी के यहां प्रार्थना पत्र दिया जा सकता है। वे नियमानुसार उस पर कार्रवाई करेंगे।