शिक्षक भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाला केएल पटेल बना करोड़पति

सहायक शिक्षक भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाला केएल पटेल पिछले 10 साल में करोड़ों रुपये की संपत्ति का मालिक बन गया। छानबीन में पुलिस को यह भी पता चला है कि बहरिया थाना क्षेत्र के कपसा गांव निवासी केएल पटेल के पास इंजीनियरिंग, फार्मेसी समेत कई कॉलेज और गांव से लेकर शहर तक में संपत्ति है।



वह झांसी के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत है, लेकिन ज्यादातर गांव में ही रहता था। केएल पटेल 2015 में फूलपुर प्रथम से जिला पंचायत सदस्य चुना गया और 2017 में प्रतापपुर विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव भी लड़ा था, जिसमें पांच हजार वोट मिले थे। सूबे में सरकार बदलने के बाद उसने 2018 में जिला पंचायत सदस्य के पद से त्यागपत्र दे दिया था। पुलिस का दावा है कि केएल पटेल और उसके गिरोह के सदस्य अधिकांश भर्ती में फर्जीवाड़ा करते थे। विभाग में भर्ती का विज्ञापन निकलते ही वह कतिपय अधिकारियों से सेटिंग कर लेते थे। इसके बाद लोगों को नौकरी दिलाने का ठेका लाखों रुपये में लेते थे। ग्रामीणों में चर्चा है कि कपसा गांव के कई युवकों को ग्राम विकास अधिकारी से लेकर अन्य पदों पर भी नौकरी लगवा चुका है। चुनाव लड़ने के दौरान भी वह युवाओं की नौकरी लगवाने का आश्वासन देता था। फिलहाल पुलिस मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापम घोटाले से लेकर अन्य भर्ती परीक्षा में केएल पटेल के भूमिका की जांच कर रही है।