69000 शिक्षक भर्ती माफिया ने गड्ढे में छुपाए थे 14 लाख, बरामद:- स्कूल प्रबंधक की डायरी में मिले 50 से अधिक नाम

प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में सहायक शिक्षक पद पर भर्ती कराने का ठेका लेने वाले गिरोह के सरगना केएल पटेल के स्कूल से 14 लाख रुपये शुक्रवार को बरामद किया गया। यह रकम फूलपुर स्थित आइटीआइ कॉलेज परिसर के जमीन में गड्ढा खोदकर छिपाई गई थी।
वहीं, गिरोह से जुड़े एक और स्कूल प्रबंधक ललित त्रिपाठी को भी पकड़कर पूछताछ की जा रही है। उसके कब्जे से विभिन्न परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यार्थियों से जुड़ी फाइल बरामद हुई है। इसकी जांच चल रही है। पुलिस का दावा है कि इस गैंग में कई बड़े लोगों का भी नाम सामने आ रहा है, जिसकी सच्चाई का पता लगाया जा रहा है।


गुरुवार को सोरांव पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बहरिया के कपसा निवासी स्कूल संचालक व प्रबंधक केएल पटेल, भदोही के प्रधान श्रवण दुबे समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से साढ़े सात लाख रुपये, दो कार व नियुक्ति पत्र समेत कई कागजात बरामद किया गया था। सभी से रातभर पूछताछ होती रही। पता चला कि प्रश्नपत्र आउट करवाने का काम राजापुर निवासी ललित त्रिपाठी करवाता था। इस पर शुक्रवार सुबह पुलिस ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया। उससे पूछताछ में पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी। तब दोपहर बाद पुलिस फूलपुर आइटीआइ कॉलेज पहुंची और प्रबंधक की निशानदेही पर गड्ढा खोदकर छिपाई गई रकम बरामद की गई। अधिकारियों का मानना है कि यह पैसा अभ्यर्थियों से एडवांस में लिया गया होगा, जिसके बारे में केएल पटेल से पूछताछ की जा रही है। वहीं, ललित त्रिपाठी मूलरूप से प्रतापगढ़ का रहने वाला है, वह भी स्कूल संचालक बताया जा रहा है।

स्कूल प्रबंधक की डायरी में मिले 50 से अधिक नाम

स्कूल प्रबंधक व अन्य के कब्जे से मिली डायरी में यूपीटेट के 20 और सहायक शिक्षक भर्ती से जुड़े 25 समेत कुल 50 से अधिक अभ्यर्थियों के नाम व अनुक्रमांक मिलने की बात कही जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि यह अभी तक साफ नहीं हो सका है कि डायरी में जिनके नाम हैं, उसमें कितने पास और फेल हुए हैं। इसकी तस्दीक की जा रही है। इसके अलावा दो लैपटॉप, 30 मोहर भी बरामद हुई है। लैपटॉप से भी कई साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

स्कूल में गड्ढा खोदकर छिपाया गया करीब 14 लाख रुपये बरामद किया गया है। गिरोह से जुड़े ललित त्रिपाठी को भी पकड़कर पूछताछ की जा रही है। पता चला है कि वह प्रश्नपत्र आउट करवाता था। अन्य की तलाश भी हो रही है।

- केवी अशोक, एएसपी

विवेचना में शामिल होगी पुरानी शिकायत

पुलिस का कहना है कि गिरोह के खिलाफ पहले भी पुलिस थाने से लेकर आइजीआरएस तक शिकायत दिए जाने की बात सामने आई है। उनके बारे में पता लगाया जा रहा है। अगर कोई शिकायत मिलती है तो उन्हें भी इसी मुकदमे की विवेचना में शामिल किया जाएगा। रेलवे के भी अधिकारियों से गिरोह को लेकर बातचीत की गई है। अन्य तथ्य भी जुटाए जा रहे हैं।