बेसिक स्कूलों पर खर्च होने वाली धनराशि होगी सार्वजनिक, प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में दीवारों पर लिखा जाएगा हिसाब

 प्रदेश के प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में खर्च होने वाला पैसा सार्वजनिक होगा। शासन से मिलने वाली कंपोजिट ग्रांट किस मद में खर्च हुई इसे विद्यालयों की दीवारों पर लिखवाना होगा। दीवारों पर वर्ष वार और मद वार विवरण लिखना होगा।




प्रदेश के प्राइमरी तथा उच्च प्राइमरी स्कूलों के कायाकल्प का काम चल रहा है। हर साल स्कूलों को जरूरी सुविधाओं के लिए शासन कंपोजिट ग्रांट दे रहा है। रंगाई पुताई, फर्नीचर, लाइब्रेरी, ब्लैक बोर्ड, मल्टीपल हैंड वाशिंग सहित तमाम चीजों को खरीदने वलगाने के लिए तीन वर्ष से लगातार बजट दिया जा रहा है। तमाम स्कूलों ने इसका अच्छा इस्तेमाल किया है जबकि कुछजगह बंदरबांट हुई।


■ बेसिक शिक्षा
● किस चीज में कितना पैसा खर्च दिखाना होगा हुआ
● स्कूलों को सुविधाओं के लिए शासन कंपोजिट ग्रांट देता है

है। स्कूलों की रंगाई पुताई तक हुई है। हिंदुस्तान ने हाल ही में इस संबंध में एक खबर प्रकाशित की थी। जिसे शासन व महानिदेशक ने संज्ञान लिया है। पारदर्शिता लाने के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने 10 दिसंबर को आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि सभी स्कूलों को खर्च का ब्योरा हर हाल में लिखाना होगा। इसके लिए ऐसी दीवार का चयन किया जाएगा जिसे जनसामान्य आसानी से देख सकें।

25 दिसंबर तक 3 वर्षों का ब्यौरा लिखने का आदेश
महानिदेशक ने 25 दिसंबर तक पिछले 3 वित्तीय वर्ष में खर्च हुई रकम का ब्योरा लिखने का आदेश दिया है। इसमें वर्ष 2018-19, 2019-20 तथा 2020-21 में दी गई धनराशि तथा व्यय धन राशि का विवरण लिखाने को कहा है।

भूमि तल से दो फीट ऊंचाई तथा इससे 6 फुट ऊंची तथा 5 फीट चौड़ाई में लिखाना होगा। पेंटिंग के लिए चयनित दीवार की सतह को सीमेंट बेस्ट पुट्टी से समतल बनाना होगा। इसके बाद दो कोट में पीले रंग के सिंथेटिक इनेमल पेंट से पेंट कराना होगा। महानिदेशक ने कहा है कि इससे विद्यालयों को दी गई धनराशि के खर्च में पारदर्शिता आएगी।

इनके ऊपर खर्च होना है बजट
स्वच्छता कार्यक्रम के तहत साबुन, फिनायल, ब्लीचिंग, बाल्टी, कूड़ादान, झाडू, ब्रश, टॉयलेट क्लीनर, नेल कटर, मरम्मत एवं अनुरक्षण, स्कूलों की रंगाई पुताई, वॉल पेंटिंग, स्लोगन सूचना, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, स्टेशनरी एवं कार्यालय प्रयोग हेतु सामग्री, दरी एवं चटाई, रेडियो, इंटरनेट बिल, आंतरिक विद्युतीकरण एवं उपकरण, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सामान्य सामग्री में कुर्सी मेंज, गिलास, शीशा तौलिया,बुलेटिन बोर्ड, फोटो फ्रेम, दीवार घड़ी, मग, बागवानी किट, शिक्षण सहायक सामग्री, पुरस्कार वितरण, मल्टी हैंड वाशिंग, पाइप वाटर सप्लाई एंड वाटर टैंक, सबमर्सिबल पंप, शौचालय की मरम्मत, ब्लैक बोर्ड का रखरखाव, दरवाजे, खिड़की की मरम्मत, छत दीवार, फर्श एवं प्लास्टर का काम, विद्युत कनेक्शन व कार्यालय फर्नीचर।