लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों एवं स्कूल की समस्याओं के निस्तारण हेतु टोल फो नंबर के जरिए दर्ज शिकायतों पर कार्रवाई की जाएगी। शिकायतकर्ता को शिकायत के निस्तारण के संबंध में प्रगति एवं निस्तारण के लिए विभाग द्वारा मैसेज भेजकर अवगत कराया जाएगा।
राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद के अनुसार 15 दिसंबर को सभी जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को टोल फी नंबर 1800180666 के क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित बैठक के जरिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों एवं परिषदीय स्कूलों के संबंध में बहुतेरी समस्याओं के निस्तारण के लिए विभाग द्वारा टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। वर्तमान में टोल फ्री नंबर 1800-180 -666 पर प्रेरणा, दीक्षा सहित विभिन्न सेवाओं एवम् योजनाओं के संबंध में शिक्षकों एवं कर्मचारियों के अलावा अभिभावकों तथा ग्राम प्रधानों के द्वारा भी शिकायतें एवं समस्याएं दर्ज कराए जाने की व्यवस्था किए जाने का प्रावधान किया गया है।
राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने बताया कि टोल फी नंबर पर प्राप्त सभी समस्याओं एवं शिकायतों के संबंध में 15 सदस्यीय टीम को योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए लगाया गया है । जो प्राप्त शिकायतों एवं समस्याओं के निस्तारण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराएंगे। साथ हो उत्तरदायी अधिकारियों के द्वारा शिकायतों के संबंध में की गई कार्यवाही को भी ऑनलाइन माध्यम से मॉनिटरिंग करते हुए विभागीय उच्चाधिकारियों को भी अपनी रिपोर्ट देंगे।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऑनलाइन व्यवस्था होने के चलते प्रशासनिक एवं तकनीकी समस्याओं के संबंध में लापरवाह रवैया नहीं अख्तियार कर सकेगे। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राज्य परियोजना निदेशक ने बताया कि टोल फ्री नंबर के माध्यम से शिकायतों के संबंध में कार्यवाही के लिए 15 दिसंबर को सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को एनआईसी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण हेतु बैठक का आयोजन किया गया है।
जिसमें सभी जनपदों के जिला समन्वयक, एमआईएस तथा समस्त ब्लॉक के कम्प्यूटर ऑपरेटरों को बैठक में प्रतिभाग करने के निर्देश जारी किए गए हैं। विजय किरण आनंद ने बताया कि बीएसए अब ऑनलाइन माध्यम ही अपनी शिकायते दर्ज करा सरकेंगे । इसके अलावा किसी अन्य माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर ध्यान से नहीं दिया जाएगा।