लखनऊ। विधानसभा चुनाव में मुख्य विपक्षी दल सपा ने प्रदेश सरकार को रोजगार के नाम पर घेरने का प्रयास किया था। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में सबसे ज्यादा फोकस रोजगार पर ही है। सरकार विभिन्न विभागों में बड़े पैमाने पर रोजगार मुहैया कराने की पहल करने जा रही है।
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अकेले चिकित्सा शिक्षा विभाग में ही 60 हजार पदों के सृजन के साथ ही जल्द 3000 से अधिक नियुक्तियां करने की तैयारी है। विभाग ने इसे अपने 100 दिन के एजेंडे में शामिल किया है। सभी विभागों से 100 दिन के साथ ही छह महीने, एक साल और पांच साल का एजेंडा तय करने को कहा गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने भी एजेंडा तय कर लिया है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेज फिलहाल 35 हैं। इनकी संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। विभाग की पहल पर राज्य सरकार प्रति मेडिकल कॉलेज 1394 पदों का मानक तय कर चुकी है। यह संख्या 300 बैड के मेडिकल कॉलेज के लिए है। जैसे-जैसे बैड बढ़ेंगे, उसी हिसाब से पदों की संख्या में भी इजाफा होगा। ऐसे में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में करीब 60 हजार पदों के सृजन का खाका तैयार किया है।विभाग की सरकार के 100 दिन के एजेंडे के तहत 3000 से अधिक पदों पर नियुक्तियों करने की योजना है।
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यह नियुक्तियां आउटसोर्सिंग के जरिए की जाएंगी। इसमें डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, स्वीपर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आदि शामिल हैं।